Punjab News : गूगल मैप पर आंख मूंदकर भरोसा करना पड़ा भारी, बंद रास्ते को खुला बताया; बाल-बाल बची जान
शंभू बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन जारी है। इस कारण कई रास्ते बंद हैं लेकिन कई लोग ऐसे भी हैं जिन्हें इन रास्तों के बंद होने का जानकारी नहीं है। ऐसे ही एक शख्स गूगल के रास्ते पर जाना भारी पड़ गया। गूगल मैप ने उसे वो रास्ता बताया जो बंद था। इसी कारण चालक ने गाड़ी को सीमेंट के बैरीकेड पर चढ़ा दिया। हादसे में चालक बाल-बाल बच गया।
जागरण संवाददाता, राजपुरा। पंजाब में शंभू बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन जारी है। इसके कारण उस रास्ते से जाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
इसी क्रम में बुधवार रात एक चालाक गूगल मैप के जरिए जा रहा था और गलत रास्ते पर चला गया। वह रास्ता भटक गया और शंभू बॉर्डर के पास गाड़ी बैरकेडिंग पर चढ़ा दी। हादसे में चालक बाल-बाल बच गया।
गूगल ने बंद रास्ते को बताया खुला हुआ
गूगल जो रास्ता बता रहा था वो खुला हुआ बताया जा रहा था लेकिन असल में उस रास्ते पर सीमेंट की बैरिकेडिंग की हुई थी। इसके पीछे कारण था कि दिल्ली से आने वाले वाहन उस रोड पर ना आ सके। हालांकि गबगल को अभी भी रास्ते को खुला बता रहा है। बैरिकेडिंग पर कार चढ़ने के कारण कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है।
सोमवार रात को भी हुआ था हादसा
इससे पहले सोमवार रात को भी पंजाब के लुधियाना के अंतर्गत माछीवाड़ा में एक हादसा हो गया था। श्रमिकों को लेकर जा रही स्कॉर्पियो माछीवाड़ा के पास सरहिंद नहर में गिर गई थी।
नहर में डूबने से कुलविंदर सिंह निवासी गांव अलीके, जिला (बठिंडा) की मौत हो गई थी जबकि चालक गुरलाल सिंह, पुष्पिंदर सिंह, बलकार सिंह, जसविंदर सिंह व एक अन्य व्यक्ति घायल हो गए थे।
गांव अलीके के रहने वाले सभी लोग गैस पाइप बिछाने का काम करते थे जो बठिंडा से रोपड़ जा रहे थे। सरहिंद नहर के पवात पुल के निकट स्कॉर्पियो का संतुलन बिगड़ गया और वह नहर में गिर गई थी। कारगिल युद्ध में भाग लेने वाले पूर्व सैनिक हरजिंदर सिंह ने बहादुरी दिखाते हुए अपने बेटों के साथ मिलकर पांच लोगों को बाहर निकाल लिया।
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मदद के लिए मची चीख-पुकार
रात को स्कॉर्पियो जैसे ही नहर में गिरी थी उसमें सवार सभी लोग खिड़की तोड़कर बाहर निकलने की कोशिश करने लगे और मदद के लिए चिल्लाने लगे।
इस दौरान वहां से गुजर रहे बहिलोलपुर गांव के पूर्व सैनिक हरजिंदर सिंह रुक गए और नहर में गिरे लोगों को बचाने लगे। घटना की सूचना मिलते ही थाना मुखी हरविंदर सिंह और चौकी इंचार्ज सुखविंदर सिंह पुलिस टीम सहित मौके पर पहुंचे और नहर में गिरे श्रमिकों को बाहर निकाल लिया। घायलों को अस्पताल ले जाया गया था।
सैनिक हरजिंदर ने बचाई जान
नहर में गिरी स्कॉर्पियो में डूब रहे लोगों को बचाने के लिए कारगिल युद्ध में भाग लेने वाले पूर्व सैनिक हरजिंदर सिंह निवासी बहिलोलपुर मसीहा बनकर आया। हरजिंदर सिंह ने बताया कि वह अपने दो बेटों और परिवार के साथ एक शादी समारोह से लौट रहे थे। स्कॉर्पियो उनकी गाड़ी के आगे चल रही थी कि दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इसके बाद उसने बेटों के साथ घायलों को बाहर निकाला।
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