अमेरिका से डिपोर्ट मामले में ट्रैवल एजेंट की पहली गिरफ्तारी, खाते में मिले 6 करोड़; कुंडली खंगालने में जुटी पुलिस
अमेरिका से डिपोर्ट किए गए गुरविंदर सिंह के मामले में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए पंजाब पुलिस ने हरियाणा से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान अनिल बत्रा के रूप में हुई है जो सूरीनाम का वीजा और टिकट का इंतजाम करने में शामिल था। इस मामले में डीजीपी ने चार सदस्यीय कमेटी बनाई है जिसकी अध्यक्षता एडीजीपी एनआरआई परवीन सिन्हा कर रहे हैं।

जागरण संवाददाता, पटियाला। अमेरिका से डिपोर्ट हुए किशनगढ़ भादसों के रहने वाले 44 वर्षीय गुरविंदर सिंह के मामले में एनआरआई पुलिस थाना टीम ने एक आरोपित को हरियाणा से गिरफ्तार किया है। आरोपित की पहचान अनिल बत्रा निवासी शांति नगर टेका मार्केट थानेसर कुरूक्षेत्र हरियाणा के रूप में हुई है। पुलिस ने उसे प्रताप नगर स्थित ससुराल से गिरफ्तार किया है।
आरोपित अनिल बत्रा ने सूरीनाम का वीजा व टिकट का इंतजाम किया था और यह एजेंट के संपर्क में था। गुरविंदर सिंह सूरीनाम से दक्षिणी अमेरिका के अन्य देश जैसे ब्राजील व कोलंबिया तक पैदल रास्ता तय करने के बाद मध्य अमेरिका में दाखिल हुआ था।
मध्य अमेरिका में उसने पनामा, कोस्टारिका, निकारागुआ, होंडरूस, गुआटेमाला व मैक्सिको जैसे देशों में यात्रा की थी। जहां से गुरविंदर सिंह तस्करों की मदद से अवैध तरीके से अमेरिका में दाखिल हुआ था। 14 फरवरी 2025 तक अनिल बत्रा के खाते में छह करोड़ 35 लाख 13610 रुपये मिले हैं और इस बैंक खाते को पुलिस ने सीज करवा दिया है।
डिपोर्ट मामले में चार मेंबरी कमेटी की अध्यक्षता में हुआ एक्शन
अमेरिका से डिपोर्ट हुए पंजाब के युवकों के मामले में डीजीपी ने चार मेंबरी कमेटी बनाई है। यह कमेटी एडीजीपी एनआरआई परवीन सिन्हा की अध्यक्षता में गठित की गई है। इसमें एडीजीपी आंतरिक सुरक्षा शिव वर्मा, डीआईजी डॉ. एस भूपति और डीआईजी बॉर्डर रेंज सतिंदर सिंह का नाम शामिल है।
इस कमेटी की अध्यक्षता में एसएसपी के निर्देशों पर चार लोगों पर केस दर्ज हुआ था। जिसके बाद डीएसपी एनआरआई मामले गुरबंस सिंह बैंस की अध्यक्षता में थाना इंचार्ज इंस्पेक्टर अभय चौहान व उनकी टीम ने इस आरोपित को गिरफ्तार कर अदालत में पेश कर तीन दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है।
पचास लाख रुपए खर्च कर अमेरिका गया था गुरविंदर सिंह
अमेरिका से डिपोर्ट हुए गुरविंदर सिंह के अनुसार वह चार भाई हैं और तीन भाई शादीशुदा है। वह विदेश जाने का इच्छुक था और हरियाणा में रिश्तेदार की शादी के फंक्शन में करनाल के रहने वाले आरोपित एजेंट से उसकी मुलाकात हुई थी।
इसने दावा किया कि वह पचास लाख रुपए लेकर तीन हफ्तों में विदेश भेज देगा, जिसके बाद सौदा 45 लाख रुपए में तय हुआ। गुरविंदर सिहं ने अपनी तीन बीघा जमीन बेच 18 लाख रुपए जुटाए और 15 लाख एजेंट को एडवांस दिया। बाकी रकम लोन व रिश्तेदारों से उधार लेकर आरोपित को चुकाई थी।
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