डल्लेवाल की सेहत बेहद नाजुक, 19 किलो वजन घटा; 21 जनवरी को एक बार फिर दिल्ली कूच करेंगे किसान
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन जारी है। उन्होंने जब इसकी शुरुआत की थी तब उनका वजन 86 किलो था लेकिन अब उनका वजन केवल 66 किलो रह गया है। वहीं शंभू बॉडर पर न्यूनतम समर्थन मूल्य की मांग कर रहे 101 किसान 21 जनवरी को दिल्ली कूच करेंगे। यह किसान 11 महीने से आंदोलन कर रहे हैं। पहले भी यह दिल्ली कूच का प्रयास कर चुके हैं।
संवाद सहयोगी, राजपुरा (पटियाला)। (Farmers Protest) किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल (Jagjit Singh Dallewal) का अनशन वीरवार को 52 वें दिन भी जारी रहा। उनकी हालत बेहद नाजुक बनी हुई है। जब उन्होंने अनशन शुरू किया था तब उनका वजन 86 किलो था लेकिन अब उनका वजन घटकर केवल 66 किलो रह गया है। उनका 19 किलो वजन घट गया है।
किसान 21 जनवरी को पैदल करेंगे दिल्ली कूच
वहीं किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा (kisan morcha) (गैर राजनीतिक) द्वारा अब आगामी 21 जनवरी को शंभू से दिल्ली के लिए पैदल कूच किया जाएगा। इस जत्थे में 101 आंदोलनकारी किसान शामिल होंगे। इस बारे किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने बताया कि केंद्र सरकार को एमएसपी गारंटी कानून बनाने के साथ-साथ किसानों मजदूरों के कर्ज समेत 12 मांगों को लागू करना ही होगा।
पहले भी किसान कर चुके हैं दिल्ली कूच का प्रयास
इस आंदोलन कहते किसान संगठन बीते साल दिसंबर माह में तीन बार दिल्ली पैदल कूच करने की कोशिश कर चुके हैं लेकिन हर बार हरियाणा पुलिस ने उन्हें शंभू बार्डर पर बनाए बैरिकेडिंग से आगे बढ़ने नहीं दिया गया था।
पंधेर और बलवंत सिंह बहरामके ने बताया कि शंभू बार्डर से दिल्ली की ओर बीती 6, 8 और 14 दिसंबर को तीन दल आगे बढ़े थे। अब 21 जनवरी को किसानों का दल दिल्ली कूच करेगा जिसका नेतृत्व मंजीत सिंह राय प्रदेश अध्यक्ष बीकेयू दोआबा और बलवंत सिंह बहराम प्रदेश अध्यक्ष बीकेयू करेंगे।
यह भी पढ़ें- चंडीगढ़ एयरपोर्ट से शुरू होंगी इंटरनेशनल फ्लाइट्स या नहीं? हाईकोर्ट ने आखिरकार कर ही दिया क्लियर
सरकार को चेतावनी, किसानों के खिलाफ कार्रवाई हुई तो होगा प्रतिरोध
इस मौके पर किसान नेता सुरजीत सिंह फूल ने बताया कि पांच जनवरी 2022 को प्रधानमंत्री मोदी की पंजाब में फिरोजपुर रैली के प्रोग्राम कैंसल होने पर प्रदर्शनकारी किसानों पर किए गए जीरो एफआईआर और अब पंजाब सरकार द्वारा जान लेने की कोशिश के आरोपों के तहत मामले दर्ज किए गए हैं जो कि गलत फैसला है।
उन्होंने पंजाब सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर ऐसी कोई कार्रवाई किसी भी किसान के खिलाफ की गई तो संगठनों द्वारा तीखा प्रतिरोध किया जाएगा। इस मौके पर तेजबीर सिंह पंजोखरा, गुरप्रीत सिंह संघा, सुखचैन सिंह, बलकार सिंह बैंस आदि मौजूद रहे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।