Punjab News: ड्रग्स मामले में SIT के सामने पेश हुए बिक्रम सिंह मजीठिया, पंजाब सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
Punjab News पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया एसआईटी के सामने पेश हुए। मजीठिया ने इस दौरान पंजाब सरकार पर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार जान-बूझकर उन्हें परेशान कर रही हैं। मजीठिया ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने हाईकोर्ट को गुमराह किया है। पंजाब की जेल में हुए इंटरव्यू को लेकर पंजाब सरकार झूठ बोलती आ रही है।
जागरण संवाददाता, पटियाला। ड्रग्स मामले में पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया (Bikram Singh Majithia) आठ अगस्त को एसआईटी के सामने पटियाला पेश होने पहुंचे। स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (SIT) के इंचार्ज डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर के पास पेश हुए हैं। पेशी पर जाने से पहले वह मीडिया से बात करते हुए बोले कि उन्हें 11 बार एसआईटी पेशी के लिए बुला चुकी है।
जान-बूझकर किया जा रहा परेशान: पूर्व कैबिनेट मंत्री
एसआईटी पहले डीजीपी रैंक के अधिकारी के पास थी लेकिन अब डीआईजी के रैंक तक सीमित हो गई है। उन्हें जान-बूझकर परेशान करने के लिए यह सब चल रहा है। वह सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं तो इस दौरान एक के बाद एक नोटिस जारी कर पेशी के लिए बुला रहे हैं। मजीठिया सरकार पर बरसते हुए बोले कि सीआईए स्टाफ खरड़ ने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नौई को रिमांड पर लिया, जहां पर उसने मीडिया को इंटरव्यू का इंतजाम करवाया गया।
सरकार ने हाईकोर्ट को किया गुमराह: मजीठिया
सरकार ने पहले हाईकोर्ट को गुमराह किया और कहा कि पंजाब में यह इंटरव्यू हुआ ही नहीं था। इसके बाद हाईकोर्ट के निर्देशों पर बनाई प्रबोध कुमार वाली एसआईटी ने जांच में खुलासा किया कि इंटरव्यू पंजाब की सीआईए स्टाफ खरड़ में हुआ है। गृहमंत्री होने के नाते इसकी पूरी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री भगवंत मान की बनती है।
यह भी पढ़ें: Punjab News: पंजाब में अब रजिस्ट्री करवाना पड़ेगा महंगा, डिप्टी कमिश्नरों को कलेक्टर रेट में बढ़ोतरी के निर्देश
पंजाब की जेल में हुआ गैंगस्टर का इंटरव्यू: बिक्रम सिंह मजीठिया
मजीठिया ने कहा कि उन्होंने पहले ही बता दिया था कि गैंगस्टर का इंटरव्यू पंजाब के अंदर हुआ है, जो अब साबित भी हुआ है। उन्होंने कहा कि वह पटियाला में पेशी में शामिल होने पहुंचे हैं और अपने साथ पूरे दस्तावेज लेकर आए हैं। उन्होंने कहा कि पेशी में बताने आया हूं कि कानून का पालन करें और एसआईटी के नाम पर परेशान न करें।