Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Punjab News: पंजाब में अब रजिस्ट्री करवाना पड़ेगा महंगा, डिप्टी कमिश्नरों को कलेक्टर रेट में बढ़ोतरी के निर्देश

    Punjab News पंजाब में रजिस्ट्री करवाना अब महंगा होगा। डिप्टी कमिश्नरों को कलेक्‍टर रेट में बढ़ोतरी के निर्देश जारी किए हैं। राज्य के जिलों में कलेक्टर रेट में 5 से 10 फीसदी की बढ़ोतरी होगी। लेकिन इसे तय करने में जमीन की लोकेशन की अहम भूमिका रहती है। इस हफ्ते के अंत तक सभी जिलों में कलेक्टर रेटों में बढ़ोतरी हो जाएगी।

    By Rohit Kumar Edited By: Himani Sharma Updated: Thu, 08 Aug 2024 11:54 AM (IST)
    Hero Image
    राज्य सरकार ने कलेक्टर रेट बढ़ाने का किया फैसला (फाइल फोटो)

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। पंजाब में रजिस्ट्री करवाना महंगा पड़ेगा। राज्य सरकार ने कलेक्टर रेट बढ़ाने का फैसला किया है। कुछ जिलों ने कलेक्टर रेट बढ़ा दिए है। जानकारी के मुताबिक पटियाला जिले में कलेक्टर रेटों में बढ़ोतरी पिछले माह ही कर दी गई थी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    राज्य के अन्य जिलों के डिप्टी कमिश्नरों को कलेक्टर रेट बढ़ाने के लिए दिशा निर्देश जारी कर दिए गए है। कलेक्टर रेट बढ़ने के बाद राज्य को 1500 करोड़ से ज्यादा का राजस्व प्राप्त होगा। हालांकि इसका असर प्रापर्टी कारोबारियों व प्रापर्टी खरीदने वालों पर पडे़गा।

    कलेक्टर रेट में 5 से 10 फीसदी की होगी बढ़ोतरी

    राज्य के जिलों में कलेक्टर रेट में 5 से 10 फीसदी की बढ़ोतरी होगी। लेकिन इसे तय करने में जमीन की लोकेशन की अहम भूमिका रहती है। अगर कोई क्षेत्र ज्यादा विकसित हो रहा है तो उस में बढ़ोतरी थोड़ी ज्यादा की जाती है। वहीं कृषि भूमि, रिहायशी, कमर्शियल, औद्योगिक के लिए कलेक्टर रेट अलग अलग तय किए जाते है।

    डीसी अपने स्तर पर कलेक्‍टर रेट की करते हैं बढ़ोतरी

    सभी जिलों के डीसी अपने स्तर पर इन कलेक्टर रेट की बढ़ोतरी करते है। इसके लिए हर जिले में प्रापर्टी का अध्यन करना पड़ता है जिस के बाद कलेक्टर रेट में बढ़ोतरी की जाती है। ध्यान रहे कि सरकार को 2024-25 के बजट में 1500 करोड़ के राजस्व का लक्ष्य रखा है।

    यह भी पढ़ें: Punjab Fire News: जालंधर बस स्‍टैंड के पास होटल में लगी आग, मौके पर पहुंची दमकल की टीम; मची अफरा-तफरी

    वर्ष 2023-24 में 4200 करोड़ के राजस्व एकत्रित हुआ था। चालू वर्ष 6000 करोड़ को छने का प्रयास है। चालू वित्त वर्ष के चार महीनों अप्रैल से जुलाई तक 1854 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ था। इस सप्ताह के अंत तक सभी जिलों में कलेक्टर रेटों में बढ़ोतरी हो जाएगी।