बरसात में भी छाते लेकर धरने पर बैठे रहे हिदू बैंक के खाता धारक
80 करोड़ रुपये के एनपीए मामले में वित्तीय संकट से जूझ रहे द हिदू को-आपरेटिव बैंक की ओर से भले ही 70 मुलाजिमों को डेपुटेशन पर भेजने क लिए रिलीव कर दिया गया हो परंतु बैंक प्रबंधन की समस्याएं अभी भी कम होने का नाम नहीं ले रही।
संवाद सहयोगी, पठानकोट : 80 करोड़ रुपये के एनपीए मामले में वित्तीय संकट से जूझ रहे द हिदू को-आपरेटिव बैंक की ओर से भले ही 70 मुलाजिमों को डेपुटेशन पर भेजने क लिए रिलीव कर दिया गया हो, परंतु बैंक प्रबंधन की समस्याएं अभी भी कम होने का नाम नहीं ले रही। बैंक के बाहर खाताधारकों की ओर से अपने पैसे निकासी के लिए धरना पांचवे दिन भी जारी रहा। सुबह 10 बजे शुरू हुआ यह धरना शाम तक जारी रहा। धरने पर बैठे 30 के करीब खाताधारक बैंक प्रबंधन को कोसते रहे। खाताधारक रजत बाली, कमलेश कटारिया, जतिद्र शर्मा, सुशील नंदा, प्रदीप कुमार, राम कुमार, प्रिस ने संयुक्त रूप से कहा कि जब तक पैसे नहीं मिलते तब तक वह अपने धरने को इसी प्रकार जारी रखेंगे। प्रदर्शनकारियों की ओर से कहा गया कि बैंक प्रबंधन ने साल भर में बैंक से पैसे की निकासी 25 हजार से बढ़ाकर पचास हजार रुपये कर दी है। परंतु जिनकी सारी जमा पूंजी इसी बैंक में है, वह साल भर में 50 हजार रुपये निकाल कर अपना घर परिवार कैसे चलाए। कारोबार चलाने वाले, शादी अथवा मकान बनाने वाले परिवारों की ओर से आखिरकार कब तक बैंक के दोबारा सामान्य ढंग से चालू होने का इंतजार किया जाएगा।