मजदूर दिवस पर शिकागो के शहीदों को श्रद्धांजलि भेंट की
शिकागो के शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कामरेड परमिदर मेनका तहसील सचिव सीपीआइ बलाचौर ने कहा कि एक समय आएगा जब हमारी चुप्पी शब्दों से अधिक बोलेगी। ...और पढ़ें

संवाद सहयोगी, बलाचौर : शिकागो के शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कामरेड परमिदर मेनका तहसील सचिव सीपीआइ बलाचौर ने कहा कि एक समय आएगा जब हमारी चुप्पी शब्दों से अधिक बोलेगी। आज पूरे विश्व में यह दिन मेहनतकश लोगों की मुक्ति संघर्षं और गौरवशाली विरासत का प्रतीक है। मई दिवस को पूरे विश्व में मजदूर दिवस के रूप में मनाया जाता है। लगभग 135 साल पहले 1886 में शिकागो में एक हड़ताल के दौरान और संयुक्त राज्य अमेरिका के कई हिस्सों में श्रमिकों के शोषण के लिए अभ्य अवार्ड रायल्स ने फ्रांस और यूरोप में एक श्रमिक आंदोलन की आशंका जताई थी। पुलिस की बर्बरतापूर्ण और कार्यकर्ताओं की क्रूर यातना के कारण पहले से ही विरोध प्रदर्शन के लिए तैयार शहर के रूप में शिकागो के श्रम बाजार को हटाने के लिए एक साजिश के तहत एक सैनिक की मौत हो गई। शांतिपूर्ण प्रदर्शन के दौरान किसी ने बम हमला कर दिया। पुलिस और सेना ने चार श्रमिकों को मार डाला और कई लोगों को घायल कर दिया। पुलिस की प्रताड़ना के शिकार एक बच्चे की मां ने अपने बच्चे को एक सफेद झंडे में लपेटा, जो खून से लाल हो गया, लेकिन बच्चा मर गया। इसीलिए हमने लाल झंडे को उठाया। हम सलाम करते हैं, एक मई के शहीदों। इस अवसर पर मनोहर लाल, हीरा लाल राणा उपिदर सिंह, भजन सिंह, सोमनाथ मेनका, गुरमेल, हरमेल, धर्मपाल, सतपाल, परमजीत गोगी, विजय मोहरा, दिलबाग माजरा, रविदर, रोशन लाल बंटी आदि उपस्थित थे।

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