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    Punjab News: मुक्तसर में हड़ताल पर सफाई कर्मी, शहर में दो दिनों से नहीं उठा कूड़ा, गंदगी के ढेर लगने से बढ़ी परेशानी

    Updated: Mon, 29 Sep 2025 06:24 PM (IST)

    श्री मुक्तसर साहिब में सफाई सेवकों की दो दिवसीय हड़ताल से शहर में कूड़े के ढेर लग गए हैं। त्योहारों के मौसम में सफाई व्यवस्था ठप होने से लोगों को परेशानी हो रही है और बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। सफाई सेवक यूनियन नियमितीकरण और बेहतर वेतन की मांग कर रही है। यूनियन के प्रधान विजय ने कहा कि सरकार से ठोस आश्वासन न मिलने पर हड़ताल जारी रहेगी।

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    Punjab News: मुक्तसर में हड़ताल पर सफाई कर्मी, लगा कूड़ा का ढेर। फोटो जागरण

    जागरण संवाददाता, श्री मुक्तसर साहिब। त्योहारी सीजन की शुरुआत के बीच सोमवार से सफाई सेवकों की दो दिवसीय हड़ताल ने शहरवासियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। रविवार को कर्मियों की छुट्टी होने से कूड़ा नहीं उठ पाया और सोमवार को जैसे-जैसे कूड़ा बढ़ा, वैसे-वैसे गंदगी का अंबार लग गया।

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    मुक्तसर के शेर सिंह चौक कूड़े के डंप, जलालाबाद रोड ओवरब्रिज के किनारों, अनाज मंडी रोड, कोटकपूरा रोड डीईओ दफ्तर वाली गली, रेलवे रोड, गोनियाना रोड सहित विभिन्न स्थानों पर कूड़ा पड़ा रहा। यहां पर बेसहारा मवेशियों का जमावड़ा और उससे उठती बदबू लोगों के लिए परेशानी का कारण बनी हुई है।

    कर्मियों की हड़ताल दो दिवसीय सोमवार और मंगलवार की है। शहर में नियमित रूप से सफाई का काम न होने से लोग त्योहारों से पहले गंदगी और बीमारियों के खतरे को लेकर चिंतित दिखे। वहीं हड़ताल के कारण डोर टू डोर भी कूड़ा नहीं उठाया गया‌।

    पंजाब सफाई सेवक एक्शन कमेटी के नेतृत्व में यह हड़ताल की जा रही है। सफाई सेवकों को मुक्तसर में नगर कौंसिल दफ्तर के बाहर रोष प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की‌।

    सफाई सेवक यूनियन मुक्तसर के प्रधान विजय ने बताया कि सफाई सेवक, सीवरेज मैन, फायर कर्मचारी, वाटर वर्क्स कर्मचारी, इलेक्ट्रिक कर्मचारी और टिप्पर कर्मी लंबे समय से आउटसोर्सिंग में कार्य कर रहे हैं। लेकिन उन्हें नियमित नहीं किया गया।

    उनकी तनख्वाह भी मात्र 10 से 11 हजार रुपये है, जिससे घर का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है। कर्मचारियों की प्रमुख मांगों में सफाई सेवकों और सीवरेज मैन को रेगुलर करना, महंगाई भत्ता और पेंशन लागू करना, प्रत्येक कर्मचारी को बीमा योजना से जोड़ना, कर्मचारी की मृत्यु उपरांत योग्यता के आधार पर परिवार को नौकरी और मुआवजा देना, रोस्टर प्रणाली बंद करना, मेडिकल सुविधा लागू करना और बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए योजना बनाना शामिल है।

    प्रधान विजय ने कहा कि यदि सरकार से कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला तो यह दो दिवसीय हड़ताल धरना-प्रदर्शन में बदलकर असीमित समय तक जारी रहेगी। उन्होंने साफ कहा कि शहर की जनता को परेशानी में डालना उनका मकसद नहीं है, लेकिन सरकार की नाकामी का असर आम नागरिकों को झेलना पड़ रहा है। उन्होंने अपील की कि शहरवासी उनकी जायज मांगों को लेकर सरकार पर दबाव बनाएं, ताकि शहर साफ-सुथरा रह सके और बीमारियों से बचाव हो।