राज्यस्तरीय पहलवान, इंस्टाग्राम पर दोस्ती और लव मैरिज; नशे के लिए दंपती ने बच्चे को बेचा, अब पुलिस से मदद की गुहार
बुढलाडा में एक बच्चे को गोद लेने का मामला सामने आया है, जिसकी पुलिस जांच कर रही है। संजू राम नामक व्यक्ति ने बताया कि बच्चे के माता-पिता ने पालन-पोषण में असमर्थता के कारण उसे गोद दिया था। पुलिस को बच्चे को वापस लेने की शिकायत मिली है। मामले में एक तांत्रिक और पुजारी की भूमिका भी संदिग्ध है, जिसकी जांच की जा रही है।
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नशे के लिए दंपती ने बच्चे को बेच दिया। फोटो जागरण
पंकज सरदाना, बुढलाडा (मानसा)। बरेटा में मानवता उस समय शर्मशार हो गई, जब नशे के पूर्ति के लिए एक माता और पिता ने अपने छह महीने के बच्चे को महज एक लाख 80 रुपये में बेच डाला। अपनी इस शर्मनाक हरकत पर पछता रहे माता पिता ढाई महीने बाद अपने बच्चे को वापिस लेने के लिए पुलिस के पास पहुंच चुका है।
दोनों पति पत्नी की नशा छोड़ने वाली दवा चल रही है। मामला बरेटा के गांव अकबरपुर खुडाल का है। बरेटा पुलिस व सीआईए स्टाफ ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार, बच्चे का पिता संदीप सिंह चिट्टे का आदी था और शादी के बाद बड़ी मुशकिल से एक बच्चे ने घर में जन्म लिया। इस दौरान मां भी चिट्टे का आदी हो गई। जिन्होंने अपने घर की एक-एक वस्तु नशे की पूर्ति के बेच डाली।
जिसके बाद जब कोई चारा नहीं रहा तो अपने जिगर के इस टुकड़े को महज 1 लाख 80 हजार रुपये में बेच डाला। बच्चे को बेचने के बाद मिली राशि से उक्त दंपती ने अपने घर का खरीदने के अलावा चिट्टे के लिए गिरवी की बाइक को छुड़वाया और उक्त राशि से ही अपने चिट्टे की लत को पूरा किया। बच्चे की माता कभी राज्य स्तरीय कुश्ती में खेल चुकी थी। इंस्टाग्राम पर दोस्ती होने के बाद दंपती ने प्रेम विवाह किया और यह उनका पहला बच्चा था।
दंपती ने बताया कि इससे पहले रतिया से उन्हें किसी व्यक्ति से बच्चे को पांच लाख रुपये में बेचने का ऑफर मिला था। उन्होंने बताया कि दोनों दंपती बुढ़लाडा के एक कबाड़ी से नशा खरीदते थे, जिसने उनकी हालत देखकर बच्चा खरीदने की पेशकश की और उन्होंने दिल पत्थर करके नशे की लत पूरी करने के लिए अपने जिगर के टुकड़े को एक लाख 80 हजार रुपये में बेच दिया।
पहलवान रह चुकी गुरमन कौर ने कहा कि अब उन्हें एहसास हो गया है कि उन्होंने यह गलत कदम उठाया, अब वह अपने बच्चे को वापस लेना चाहती हैं और उसका पालन-पोषण करना चाहती हैं। पति-पत्नी को इस बात का भी अफसोस है कि अगर वे चिट्टे के शिकार न होते तो आज यह नौबत न आती। दोनों पति-पत्नी ने बरेटा पुलिस को अर्जी देकर अपने लाल को वापस दिलाने की मांग की है।
गांव के सरपंच ने बताया कि मामला पुलिस के ध्यान में लाया गया है और पुलिस ने दूसरे पक्ष्र के लोगों को भी बुलाया है। उन्होंने बताया कि उक्त दंपती को नशा छोड़ने के लिए पहले भी समझाया गया,लेकिन वे नही समझे और उनका गांव में इन दोनों के कारण गांव नशा मुक्त होने से वंचित हो गया है।
बच्चे को गोद लेने वाले संजू राम ने बताया कि बच्चे के माता पिता ने उसका पालन पोषण न होने के चलते तीन महीने पहले उन्हें बच्चा गोद देने की पेशकश की थी और उस समय बच्चे की हालात काफी खराब थी। जिसका उन्होंने इलाज भी करवाया और अब बच्चा स्वस्थ है।
उन्होंने बताया कि बच्चे को अदालती प्रक्रिया के बाद गोद लिया गया है। परिवार ने कहा कि जिस महिला ने बच्चे को गोद दिया है,वे आज भी सहमत है, लेकिन उसके कुछ रिश्तेदार इस मामले को बिना वजह तूल दे रहे है।
बुढलाडा के डीएसपी सिकंदर सिंह चीमा ने बताया कि पुलिस को एक दंपती की ओर से अपने बच्चे को वापस लेने की शिकायत मिली है, जिसकी जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस किसी के नशेड़ी होने, बच्चे को खरीदने, बेचने या गोद लेने के मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।
जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि एक शक के अनुसार, इस मामले में एक तांत्रिक की भूमिका की भी जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि बच्चा गोद लेने वाले परिवार का कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड सामने नहीं आया है।
पुजारी व तांत्रिक की भूमिका शक के दायरे में
बताया जा रहा है कि संदीप सिंह के घर बेटा पैदा होने के बाद उसे एक पुजारी न दो दिन में बच्चा मर जाने की बात कही गई। जिसे बेचने के लिए एक तांत्रिक द्वारा अपनी भूमिका अदा की गई। जिसकी पुलिस जांच करने की बात कह रही है।

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