Ludhiana Street Food: बलवंत की लस्सी का स्वाद निराला, पंजाबभर से लुफ्त उठाने आते हैं लोग
Ludhiana Street Food पंजाब अपने खाने पीने के लिए मशहूर है लेकिन ऐसा भी हुआ है कि एक चौक का नाम सूबे के पारंपरिक पेय पदार्थ के नाम पर ही पड़ जाए। लुधियाना का लस्सी चौक इसका एक सशक्त उदाहरण है।

राजीव शर्मा, लुधियाना। Ludhiana Street Food: खाने पीने के शौकीन पंजाबियों का पसंदीदा खाना मक्की की रोटी-सरसों का साग है और साथ में लस्सी मिल जाए तो क्या कहना। यूं तो शहर में हर ढाबे, रेस्टोरेंट, फूड प्वाइंट पर लस्सी मिल जाती है, लेकिन लक्कड़ बाजार के लस्सी चौक की लस्सी के तो क्या कहने। लुधियाना होजरी, वूलेन गारमेंट्स एवं साइकिलों का शहर है। देश भर के व्यापारी यहां आते हैं, ऐसे में वे लजीज व्यंजनों से खुद को दूर नहीं रख पाते और लस्सी चौक में पहुंच कर पंजाबी लस्सी का भी लुत्फ जरूर उठाते हैं।
दूर-दूर तक हुए लस्सी के चर्चे
लक्कड़ बाजार के बिलकुल साथ लस्सी चौक दूसरी तरफ शहर के सबसे पुराने करीमपुरा बाजार को जोड़ता है। इस चौक में करीब 37 साल पहले बलवंत सिंह ने पंजाबियों की लस्सी की दुकान खोली थी। शुरुआत में वह इस चौक में ही लस्सी बेचते थे। उनकी लस्सी के चर्चे दूर-दूर तक हुए। लोगों ने इस जगह को लस्सी चौक के नाम से ही पहचान दे दी। इस पहचान को दुकानदारों ने भी पुख्ता किया और चौक में लस्सी चौक के बोर्ड भी टांग दिए।
अब चौक में चार-पांच लस्सी वाले हैं। जिनमें बलवंत सिंह की दुकान बिट्टू लस्सी वाला के अलावा जगदीश दी लस्सी, एवन लस्सी और ज्ञानी जी की लस्सी लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करती है। पंजाब अपने खाने पीने के लिए मशहूर है, लेकिन ऐसा भी हुआ है कि एक चौक का नाम सूबे के पारंपरिक पेय पदार्थ के नाम पर ही पड़ जाए। लुधियाना का लस्सी चौक इसका एक सशक्त उदाहरण है।
1985 में पहले बिट्टू लस्सी वाले ने खोली थी दुकान
बिट्टू लस्सी वाला के संचालक मनजीत सिंह कहते हैं कि उनके बुजुर्गों ने 1985 में लस्सी की दुकान खोली थी। इसके बाद यह इलाका लस्सी चौक के नाम से प्रख्यात हो गया। मनजीत ने कहा कि अब तो सभी लोग इसे इसी नाम से पुकारते हैं।
पहले यहां होती थीं लकड़ी की दुकानें
चौक में पहले लकड़ी की दुकानें हुआ करती थी। वक्त के साथ अब चौक में लस्सी के अलावा मिठाई और नमकीन, बिस्किट, भुजिया की दुकानें भी खुल गई हैं। इस चौक से एक सड़क सुभानी बिल्डिंग, दूसरी पुराने बस स्टैंड, जगराओं पुल एवं रेलवे स्टेशन की तरफ जाती है। जबकि एक सड़क मंडी केसरगंज की तरफ जाती है। पुराने शहर का यह काफी भीड़भाड़ वाला इलाका है।
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