Sidhu Moose wala Murder: 33 वीआइपी की सुरक्षा में लगे 56 गनमैन लिए वापस, पंजाब के शाही इमाम की सुरक्षा फिर बहाल
सिद्धू मूसेवाला की गोलियां मारकर हत्या के बाद राज्य सरकार ने शाही इमाम मौलाना मोहम्मद उस्मान रहमानी सानी लुधियानवी की सुरक्षा पहले की तरह बहाल कर दी है। शाही इमाम को फिर से सात सुरक्षाकर्मी मिल गए हैं।

जागरण संवाददाता, लुधियाना। पंजाबी गायक एवं कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की गोलियां मारकर हत्या के बाद राज्य सरकार ने पंजाब के शाही इमाम मौलाना मोहम्मद उस्मान रहमानी सानी लुधियानवी की सुरक्षा पहले की तरह बहाल कर दी है। शाही इमाम को फिर से सात सुरक्षाकर्मी मिल गए हैं। घल्लूघारा दिवस के कार्यक्रमों को देखते हुए वीआइपी सुरक्षा में लगे जिले के कई लोगों के सुरक्षाकर्मियों को हटा लिया था। इनमें जिले के राजनीतिक, सामाजिक, धार्मिक संगठनों के 33 प्रमुख लोगों के 56 गनमैन शामिल थे।
शाही इमाम के मुख्य सचिव मोहम्मद मुस्तकीम ने बताया कि दो दिन पहले सरकार ने जिन 424 लोगों की सुरक्षा में कटौती की थी, उनमें शाही इमाम का नाम भी शामिल था। शाही इमाम से सरकार ने छह सुरक्षाकर्मी वापस ले लिए थे। उनकी सुरक्षा में केवल एक ही सुरक्षाकर्मी रह गया था लेकिन सोमवार को सरकार ने उसकी सुरक्षा पहले की तरह बहाल कर दी है। रविवार को मानसा में सिद्धू मूसेवाला ही हत्या के बाद सरकार के सुरक्षा वापस लेने के फैसले को लेकर खूब किरकिरी हुई थी। इसके बाद सरकार ने फैसले को पलटते हुए फिर से शाही इमाम की सुरक्षा बढ़ा दी है। पूर्व शाही इमाम स्व. हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी की सुरक्षा में भी सात सुरक्षाकर्मी होते थे। उनके निधन के बाद यह सुरक्षा मौजूदा शाही इमाम मोहम्मद उस्मान को ट्रांसफर कर दी गई थी।
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घल्लूघारा दिवस के कार्यक्रमों काे लेकर सुरक्षा कड़ी
पुलिस कमिश्नर डा. कौस्तुभ शर्मा का कहना है कि घल्लूघारा दिवस के कार्यक्रमों के कारण काफी नेताओं और प्रमुख हस्तियों की सुरक्षा को कम किया गया था। शाही इमाम की सुरक्षा को कम नहीं किया जा सकता था, इसलिए उनके सुरक्षाकर्मी बहाल कर दिए गए हैं। उसके अलावा जिस किसी नेता या प्रमुख हस्ती की सुरक्षा के लिए सुरक्षा बढ़ाने की जरूरत महसूस होगी, उसे बहाल कर दिया जाएगा। सुरक्षाकर्मी कम करने के लिए उच्च अधिकारियों के जैसे निर्देश आते हैं स्थानीय पुलिस उन पर अमल करती है।

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