Punjab New Excise Policy: पंजाब के होटलों में 50 % घटी सेल, नई एक्साइज पालिसी में बदलाव के बाद कारोबार प्रभावित
Punjab New Excise Policy नई एक्साइज पालिसी से काराेबार 50 प्रतिशत तक गिर गया है। पंजाब सरकार की ओर से एक्साइज पालिसी में किए गए संशोधनों से होटल एवं रेस्टोरेंट उद्योग के लिए बड़ी चुनौतियां पैदा हो गई है।

मुनीश शर्मा, लुधियाना। Punjab New Excise Policy: पंजाब सरकार की ओर से एक्साइज पालिसी में किए गए बदलावों का असर पंजाब के होटल और रेस्टोरेंट इंडस्ट्री पर दिखने लगा है। सरकार की ओर से जहां बार फीस को नार्मल होटल पर तीन लाख से पांच लाख, वहीं पांच सितारा होटल पर 8 लाख से 15 लाख रुपये कर दी गई है। इसके साथ ही ग्राहकों के लिए वैट 5 प्रतिशत से बढ़ाकर 22 प्रतिशत कर दिया गया है। इसके चलते पंजाब के होटल एवं रैस्टोरेंट का कारोबार खासा प्रभावित हुआ है।
काेविड के बाद से ही हाेटल इंडस्ट्री हाे रही प्रभावित
नई पालिसी आने के बाद से ही कारोबार की रफ्तार कम हुई है और कोविड सहित अन्य समस्याओं से जूझ रहे होटल इंडस्ट्री कोरोबार को बार की सेल में 50 प्रतिशत गिरावट का सामना करना पड़ रहा है। बार के चलते वाकिंग कम होने से इसका असर रेस्टोरेंट पर भी पड़ा है। कारोबारियों का कहना है कि पहले ही आक्यूपेंसी बेहद कम चल रही है और कोविड के चलते 2 साल तक कारोबार प्रभावित रहने के बाद इस सेक्टर को आक्सीजन देने की आवश्यकता थी।
ग्राहकों का रूझान दिख रहा कम
सरकार को किसी तरह की सबसिडी और लाभ दिए जाने थे, लेकिन सरकार ने लाइसेंस फीस में तो बढ़ोतरी की ही, साथ ही वैट को भी 5 से बढ़ाकर 22 प्रतिशत कर दिया है। फीस तो होटल व रेस्टोरेंट मालिकों ने भर दी है, लेकिन ग्राहकों का रूझान वैट ज्यादा होने से कम हो गया है। अब होटल एवं रैस्टोरेंट की बार में आने से ग्राहक परहेज कर रहे हैं, क्योंकि बिल में 18 प्रतिशत तक का इजाफा वैट बढ़ने से हुआ है। इसको लेकर सरकार को पुन विचार करना चाहिए।
पंजाब होटल एवं रेस्टोरेंट एसोसिएशन के प्रधान अमरवीर सिंह के मुताबिक पंजाब सरकार की ओर से एक्साइज पालिसी में किए गए संशोधनों से होटल एवं रेस्टोरेंट उद्योग के लिए बड़ी चुनौतियां पैदा हो गई है। लाइसेंस फीस तो अधिकतर होटलों की ओर से भर दी गई है। लेकिन ग्राहक बढ़े हुए वैट को भरने के लिए तैयार नहीं है।
होटलों का रूझान कम होने लगा
5 से 22 प्रतिशत वैट के चलते ग्राहक अहातों के साथ साथ आउटडोर में तरजीह दे रहे हैं। इससे होटल के स्टाफ सहित खर्च पूरे करने मुश्किल हो गए हैं। अगर ऐसी ही स्थिति रही, तो आने वाले समय में पंजाब में बार को लेकर होटलों का रूझान कम हो जाएगा। कई होटलों की ओर से बार को बंद करना आरंभ भी कर दिया गया है।
होटल नागपाल रिजेंसी के एमडी मनजीत नागपाल के मुताबिक सरकार को राहत देने पर ध्यान देना चाहिए। लेकिन सरकार की ओर से इस तरह बदलावों से इंडस्ट्री को तो नुकसान होगा ही, इसके साथ ही सरकारी खजाने में भी असर पड़ेगा। बार लाइसेंस फीस और वैट की दरों को कम करने पर पुर्नविचार करना चाहिए।
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