ZED Certification Scheme: आखिर जेडईडी सर्टिफिकेशन में क्याें पास नहीं हो रहे पंजाब के उद्योग, जानिए कारण
ZED Certification Scheme जेडईडी सर्टिफिकेशन में पंजाब के उद्याेग पिछड़ रहे हैं। 2521 उद्योगों ने जेडईडी सर्टिफिकेशन के लिए आवेदन किया था। महज 26 उद्यो ...और पढ़ें

मुनीश शर्मा, लुधियाना। ZED Certification Scheme: पंजाब में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम (माइक्रो, स्माल एंड मीडियम इंटरप्राइजिज) और बड़े उद्योगों की कुल संख्या तीन लाख 38 हजार है। इनमें केवल 590 उद्योग ही बड़े हैं। केंद्र सरकार ने माइक्रो स्माल एंड मीडियम इंटरप्राइजिज (MSME) के लिए जेडईडी सर्टिफिकेशन योजना शुरू की थी। इस योजना के तहत मापदंडों की परीक्षा पास करने में पंजाब के एमएसएमई सफल नहीं हो पा रहे हैं। इसकी मुख्य वजह प्रक्रिया में कई तरह की पेचीदगियां होना है।
3 लाख 37 हजार छोटे उद्योग होने के बावजूद केवल 2521 उद्योगों ने जेडईडी सर्टिफिकेशन के लिए आवेदन किया था। महज 26 उद्योग ही इसकी शर्ताें को पूरा कर पाए हैं। देश-विदेश में कारोबार करने वाले कई नामी उद्योग भी इसका हिस्सा नहीं बन पाए हैं।
उद्योगपतियों का मानना है कि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय ने पहले उदासीन रवैया दिखाते हुए इसके लिए 52 मापदंड और पांच श्रेणियां तय की थीं। यह उद्योगों के लिए जेडईडी सर्टिफिकेशन में सबसे बड़ी बाधा थी। हालांकि अब मंत्रालय ने संशोधन कर 20 मापदंड तय किए हैं। इससे उद्योग अब इस सर्टिफिकेशन के लिए आगे आएंगे।

क्या है जेड सर्टिफिकेशन
उत्पादन को बढ़ाने और पर्यावरण संरक्षण में एमएसएमई के योगदान बढ़ाने के लिए यह योजना शुरू की गई थी। जेडईडी (जीरो डेफ्ट, जीरो इफेक्ट) सर्टिफिकेशन प्राप्त करने के लिए कुछ मापदंड तय किए गए हैं। किसी उत्पाद के निर्माण से निकलने वाले कचरे, ऊर्जा की खपत और पर्यावरण को होने वाले नुकसान का आकलन कर उसे रेटिंग दी जाएगी।
कड़े मापदंड बने बाधा
फास्टनर मैन्यूफेक्चरर एसोसिएशन के प्रधान नरिंदर भमरा का कहना है कि जेड सर्टिफिकेशन योजना उद्योगों के लिए अहम है। इसके जरिये ग्लोबल मार्केट में अच्छी पहचान व रिस्पांस मिल सकता है। पहले इसके नियम सख्त थे। 52 मापदंडों को उद्योग पूरा नहीं कर पाते थे। अब सरकार ने इसमें बदलाव किया है।
पंजाब में चलाएंगे जागरूकता अभियान
सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योग पंजाब के निदेशक वीरेंद्र शर्मा का कहना है कि जेड सर्टिफिकेशन से देश ही नहीं विदेश में भी अपने उत्पाद बेचने में उद्योगों को आसानी होगी। सरकार की कई योजनाओं का लाभ भी लिया जा सकता है। बैकिंग से लेकर सरकारी कार्यो में भी प्राथमिकता मिलेगी। विभाग उद्योगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाएगा।
कितनी इंडस्ट्री ने करवाया रजिस्ट्रेशन
- 3.38 लाख कुल उद्योग राज्य में
- 2521 ने ही करवाई थी रजिस्ट्रेशन
- 26 उद्योग ही पूरा कर पाए मापदंड
पहले थी पांच श्रेणियां
- डायमंड
- प्लेटिनम
- गोल्ड
- सिल्वर
- ब्रांज

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