Grain Lifting Scam: अब पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु काे नहीं मिलेगा घर का खाना, विजिलेंस ने लगाई राेक; जानें कारण
Punjab Grain Lifting Scam अब पूर्व मंत्री को विजिलेंस की और से मुहैया करवाया गया खाना ही खाना होगा। अधिकारियों का तर्क है कि आशु को खाना पहुंचाने के लिए विजिलेंस दफ्तर में हर रोज कोई न कोई नया आदमी चला आता था।
जागरण संवाददाता, लुधियाना। Punjab Grain Lifting Scam: पंजाब के पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु की मुश्किलें लगातार बढ़ रही है। अनाज लिफ्टिंग घोटाले में करीब एक सप्ताह से विजिलेंस की गिरफ्त में चल रहे आशु के लिए अब तक घर से तैयार किया गया खाना पहुंचाया जा रहा था। हालांकि रविवार को एसएसपी विजिलेंस ने उस पर रोक लगा दी है।
अब पूर्व मंत्री को विजिलेंस की और से मुहैया करवाया गया खाना ही खाना होगा। अधिकारियों का तर्क है कि आशु को खाना पहुंचाने के लिए विजिलेंस दफ्तर में हर रोज कोई न कोई नया आदमी चला आता था। इससे उनकी जांच प्रभावित हो रही थी। इसीलिए ये फैसला लिया गया।
इन एंगल पर हो रही जांच
इंद्रजीत इंदी को बैग थमाने वाला बाइक सवार कौन था? उस बैग के साथ आशु का क्या संबंध था। - विजिलेंस के अधिकारी इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के घोटाले के साथ भी इसे जोड़ कर देख रहे हैं।-संपत्ति की खरीद-फरोख्त को लेकर तथ्य जुटाए जा रहे हैं।
सीसीटीवी में दिखे बैग का रहस्य सुलझाने में जुटी विजिलेंस
विजिलेंस को जांच के दौरान एक सीसीटीवी फुटेज में एक बैग नजर आया है। इसे आशु के करीबी इंद्रजीत ¨सह किसी बाइक सवार से ले रहे हैं। इंद्रजीत को भी विजिलेंस ने मामले में नामजद कर तलाश शुरू कर दी है, जबकि बाइक सवार की भी तलाश जारी है। माना जा रहा है कि बैग में मोटी रकम थी, लेकिन अभी इसके सबूत नहीं मिले हैं। अब पुलिस इस बैग के रहस्य को भी खंगालने में जुटी है।
रविवार को नहीं जुटे कांग्रेसी
पूर्व कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु के समर्थन में रविवार को कांग्रेस का कोई बड़ा नेता विजिलेंस दफ्तर के बाहर नहीं पहुंचा था। दफ्तर के बारह रोजाना की तरह कोई धरना प्रदर्शन एवं सरकार के खिलाफ नारेबाजी नहीं हो रही थी। विजिलेंस दफ्तर के बाहर सन्नाटा पसरा रहा।