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    Plot Alottment Scam: पूर्व चेयरमैन रमन बाला सुब्रामण्यम की मुश्किलें बढ़ी, आडिट टीम पहुंची लुधियाना इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के दफ्तर

    By Vipin KumarEdited By:
    Updated: Thu, 22 Sep 2022 10:46 AM (IST)

    Plot Alottment Scam Latest News इंप्रूवमेंट ट्रस्ट में हुए घाेटाले की परतें खुलनी शुरू हाे गई है। आडिट टीम वर्ष 2019 से 2022 तक का पूरा रिकार्ड खंगालेगी। इसमें ई-टेंडर नीलामी और एलडीपी प्लाट की फाइलों पर भी फोकस रहेगा।

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    Plot Alottment Scam: इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन रमन बाला सुब्रामण्यम। (फाइल फाेटाे)

    जागरण संवाददाता, लुधियाना। Plot Alottment Scam: इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन रमन बाला सुब्रामण्यम की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ सकती है। एक तरफ जहां प्लाट आंवटन में घोटाले की जांच विजिलेंस द्वारा की जा रही हैं, वहीं दूसरी तरफ अब निकाय विभाग ने फाइलें खंगालने के लिए आडिट टीम को भेज दिया है। यह आडिट टीम वर्ष 2019 से लेकर 2022 तक की सभी फाइलों को खंगालेगी।

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    इन फाइलों में मिलने वाली खामियों की रिपोर्ट विजिलेंस विभाग को दी जाएगी। इससे साफ है कि आडिट टीम की तरफ से फाइलें खंगालने के बाद मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इस मामले पर ईओ राजेश कुमार का कहना है कि आडिट टीम अपना काम करेगी। उन्हें जो भी रिकार्ड चेक करना है, वह करेंगे।

    आज से शुरू हाे जाएगी जांच

    निकाय विभाग की आडिट टीम बुधवार को इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के दफ्तर पहुंच गई है। यह टीम इन तीन साल के दौरान ई-टेंडर, एलडीपी केस के अलावा जितनी भी नीलामी हुई है, उन सबका का रिकार्ड खंगालने जा रही है। फिलहाल टीम के दो सदस्य ही ट्रस्ट दफ्तर पहुंच है। वीरवार से वह अपना काम शुरू करने जा रहे हैं। टीम की तरफ से ट्रस्ट के दफ्तर के अंदर बैठकर ही रिकार्ड को खंगाला जाएगा।

    मामले की गहराई तक पहुंचने की कोशिश में विजिलेंस

    27 जुलाई को विजिलेंस ने ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन व पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु के खासमखास रहे रमन बाला सुब्रामण्यम के खिलाफ मामला दर्ज किया था। पहले पूर्व चेयरमैन के साथ ईओ कुलजीत कौर, ओएसडी अंकित नारंग, क्लर्क प्रवीण कुमार, गगनदीप सिंह और संदीप शर्मा को नामजद किया गया था। अब पांच नए लोगों को नामजद किया है। इसमें चार अधिकारी ट्रस्ट से संबंधित हैं। विजिलेंस अधिकारी इस मामले में और गहराई तक पहुंचना चाह रहे हैं। सूत्रों की मानें तो विजिलेंस ने ही नगर सुधार ट्रस्ट के तीन साल की फाइलों का आडिट करने के लिए सरकार को कहा है।

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