Ludhiana: एक नवंबर को PAU बनेगा सियासत का अखाड़ा, राजनीतिक बहस के लिए चुना गया यूनिवर्सिटी का यह ऑडिटोरियम
पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी (Punjab Agricultural University) एक नवंबर को सियासत का अखाड़ा बनने जा रही है। पंजाब के विभिन्न राजनीतिक दलों की बहस को लेकर सरकार को दी गई चुनौती के बाद अब आप सरकार ने डिबेट करवाने के लिए डॉ. मनमोहन सिंह ऑडिटोरियम को चुना है। यह डिबेट एक नवंबर को प्रस्तावित है। इससे पहले कभी भी राजनीतिक कार्यक्रमों के लिए पीएयू उपयोग नहीं हुआ है।

जागरण संवाददाता, लुधियाना। कभी छात्र राजनीति का अखाड़ा रहा पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी (पीएयू) का परिसर अब प्रदेश के सियासत का अखाड़ा बनेगा। पंजाब के विभिन्न राजनीतिक दलों की बहस को लेकर सरकार को दी गई चुनौती के बाद अब आप सरकार ने डिबेट करवाने के लिए डॉ. मनमोहन सिंह ऑडिटोरियम को चुना है।
इससे पहले टैगोर थिएटर को बुक करवाया गया था, लेकिन वहां राजनीतिक अखाड़े की अनुमति न मिलने के कारण अब पीएयू के ऑडिटोरियम को चुना गया। यह डिबेट एक नवंबर को प्रस्तावित है। पीएयू के एडिशन डायरेक्टर कम्युनिकेशन ने बताया कि एक नवंबर को हाल खाली होने के संबंध में चंडीगढ़ से काल आई थी। उन्होंने बताया है कि हाल खाली है। अब कार्यक्रम का फैसला चंडीगढ़ से ही होगा।
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राजनीतिक डिबेट को लेकर विवाद
उधर, पीएयू का उपयोग राजनीतिक डिबेट को लेकर विवाद बन गया है। जानकारों के अनुसार इससे पहले कभी भी पीएयू में राजनीतिक रैली के लिए अनुमति नहीं दी गई। पीएयू के पूर्व अधिकारी के अनुसार वर्ष 1999 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की रैली के लिए भी पीएयू प्रबंधन से अनुमति मांगी गई थी, लेकिन प्रशासन ने इस परिसर का उपयोग राजनीतिक कार्यक्रम के लिए देने से इंकार कर दिया था।
इतना ही नहीं, पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के राजनीतिक कार्यक्रम के लिए भी अनुमति मांगी गई थी। उन्हें भी अनुमति नहीं दी गई थी। कुल मिलाकर इससे पहले कभी भी राजनीतिक कार्यक्रमों के लिए पीएयू उपयोग नहीं हुआ है।
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2018 में बना है ऑडिटोरियम
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के नाम पर बने इस आधुनिक ऑडिटोरियम में एक हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था है।

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