Navratri 2022: भक्तों की आस्था के केंद्र है लुधियाना का श्री दुर्गा मंदिर, यहां हाेती है हर मुराद पूरी
Navratri 2022 श्री दुर्गा मंदिर में मां दुर्गा की स्थापना 11 अप्रैल 1996 ई में की गई थी। यहां आने वाले हर श्रद्धालु की मुराद पूरी हाेती है। नवरात्र में ताे सुबह 4 बजे से ही भक्ताें की भीड़ लग जाती है।

जागरण संवाददाता, लुधियाना। Navratri 2022: मंदिर का इतिहास श्री दुर्गा मंदिर अर्बन अस्टेट दुगरी की गणना शहर के प्रमुख धर्मस्थलाें में होती है। भक्तों की आस्था के केंद्र श्री दुर्गा मंदिर में मां दुर्गा की स्थापना 11 अप्रैल 1996 ई में की गई। यहां आने वाले हर श्रद्धालु की मुराद पूरी हाेती है। नवरात्र में ताे यहां सुबह 4 बजे से ही भक्ताें की भीड़ लग जाती है।
मंदिर प्रांगण में कई प्रतिमाएं स्थापित
मंदिर प्रांगण में भगवान श्री कृष्ण दरबार में राधा कृष्ण जी की प्रतिमा, राम दरबार में भगवान श्रीराम, लक्ष्मण, सीता और हनुमान जी सहित शिव परिवार, हनुमान जी की प्रतिमा के अलावा शीतला माता की प्रतिमा की स्थापना वर्ष 1998 में और 28 मई 2010 को शनि मंदिर और नवग्रहों की स्थापना की गई है।
एक मई को मनाया जाता है मंदिर का स्थापना दिवस
हवन व मां की चौकी रहती है विशेष आकर्षण अध्यक्ष गर्ग ने बताया कि मंदिर प्रांगण में चैत्र व शारदीय नवरात्र पर विशेष आयोजन किए जाते है। इसमें विद्वान पंडितों द्वारा हवन यज्ञ, कन्या पूजन व मां की चौकी भी प्रसिद्ध भजन मंडलियों द्वारा किया जाता रहता है। महामाई की 108 ज्योति प्रज्वलित की जाती है, जोकि नवरात्र में अखंड चलती है। एक मई को मंदिर का स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया जाता है, जिसमें महमाई का जागरण व भंडारा लगाया जाता है।
जरूरतमंदों काे मिल रही हर सुविधा
जरूरतमंदों के लिए डिस्पेंसरी सहित विशेषज्ञ डाक्टर दे रहे सेवाएं मंदिर प्रबंधक कमेटी अध्यक्ष रमेश गर्ग ने कहा कि मंदिर प्रांगण में श्री माता मंदिर डिस्पेंसरी में सभी जरूरतमंद लोगों के सेवा और सभी प्रकार के रोगों का उपचार किया जाता है। डिस्पेंसरी में नवीनतम मशीनें और कुशल डाक्टरों द्वारा हर प्रकार के रोगों का उपचार किया जाता है।
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