Coronavirus Effect: काेराेना के बढ़ते मामलाें पर स्कूलाें की मांग, आठवीं कक्षा के भी बनाए जाएं सेल्फ सेंटर्स
Coronavirus Effect सरकारी स्कूलों में लगातार कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। ऐसे में दूसरे सेंटर में परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों स्कूल संचालकाें में भी डर का माहौल बना हुआ है। स्कूल संगठनों स्कूल प्रमुखाें ने कहा कि पांचवीं की तर्ज पर आठवीं के भी सेल्फ सेंटर्स बनाए जाएं।

लुधियाना, जेएनएन। पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (PSEB) की तरफ से बेशक पांचवीं और आठवीं बोर्ड परीक्षाओं को लेकर गाइडलाइंस जारी कर दी गई है और पांचवीं के सेल्फ सेंटर्स बनाए जाने की बात कही गई है। वहीं स्कूलों की मांग है कि पांचवीं की तर्ज पर आठवीं बोर्ड परीक्षा के भी सेल्फ सेंटर्स बनाए जाएं। सरकारी स्कूलों में लगातार कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। ऐसे में दूसरे सेंटर में परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों, स्कूल प्रमुख में भी डर का माहौल बना हुआ है।
स्कूल संगठनों व स्कूल प्रमुखाें ने कहा कि पांचवीं की तर्ज पर आठवीं के भी सेल्फ सेंटर्स बनाए जाएं। आरडी माडल स्कूल के संचालक जनार्दन भट्ट ने कहा कि उनके स्कूल का आठवीं बोर्ड का सेंटर हर बार मल्टीपर्पज स्कूल में बनता है, जहां इन दिनों कोरोना के मामले काफी आ चुके हैं। इसलिए बोर्ड आठवीं का भी सेल्फ सेंटर बना दे।
पीएसईबी के चेयरमैन को भी दे चुके हैं ज्ञापन
वहीं स्कूल संघ के महासचिव भुवनेश भट्ट और समूह प्राइवेट स्कूल संगठन के राजेश नागर के मुताबिक पीएसईबी को चाहिए कि पांचवीं की तर्ज पर आठवीं के भी सेल्फ सेंटर्स बना दिए जाएं ताकि विद्यार्थी बेफिक्र हो परीक्षाएं दे सकें। इस संबंध में वह पीएसईबी के चेयरमैन को भी ज्ञापन दे चुके हैं।
पेपर चेक करने के लिए अध्यापकों को एक दिन का समय दिया जाए
पंजाब प्राइवेट स्कूल आर्गेनाइजेशन के जिला प्रधान एसके चावला ने कहा कि आठवीं कक्षा के सेल्फ सेंटर बनाए जाने से न तो बच्चों को कोई समस्या होगी, न अध्यापकों को और न ही बोर्ड को। इसी के साथ बोर्ड को चाहिए कि पेपर चेक करने के लिए अध्यापकों को एक दिन का समय दिया जाना चाहिए। ज्वाइंट एक्शन फ्रंट पंजाब एसोसिएटिड स्कूल्स के सेक्रेटरी पृथीपाल सिंह, सीनियर वाइस प्रेसीडेंट ठाकुर आनंद सिंह और लुधियाना इंचार्ज जेपी भट्ट के मुताबिक उनकी बोर्ड से मांग है कि आठवीं कक्षा की परीक्षा के लिए भी सेल्फ सेंटर्स बनाएं जाए क्योंकि दूसरे स्कूलों में इस सम. परीक्षा के लिए जाना काफी मुश्किल है। दूसरा कोविड-19 को देखते हुए पेपर चेक करने के लिए अध्यापकों को एक दिन का समय दिया जाना चाहिए और अगले दिन वह कलस्टर में इसे पहुंचा सके।
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