जिले को दो माह में मिलेंगे तीन प्राइमरी स्कूल
शिक्षा विभाग का पूरा फोकस अब विद्यार्थियों को बुनियादी सहूलियतें उपलब्ध कराने पर है। स्मार्ट स्कूल की बात करें या फिर पढ़ाई को रोचक बनाने के लिए अपना ...और पढ़ें

राधिका कपूर, लुधियाना : शिक्षा विभाग का पूरा फोकस अब विद्यार्थियों को बुनियादी सहूलियतें उपलब्ध कराने पर है। स्मार्ट स्कूल की बात करें या फिर पढ़ाई को रोचक बनाने के लिए अपनाई जाने वाली तकनीक, विभाग हर चीज पर कार्य कर रहा है। जिला लुधियाना में इस समय 993 प्राइमरी स्कूल हैं, जिसमें 972 पूरी तरह से स्मार्ट स्कूल की कैटेगरी में आ चुके हैं और मात्र 21 स्कूल ही ऐसे बचे हैं, जिन्हें स्मार्ट किया जाना है। 30 जून से पहले-पहले बचे प्राइमरी स्कूल्स भी स्मार्ट स्कूल की कैटेगरी में आ जाएंगे। विभाग की तरफ से इसके लिए फंड भी जारी हो चुका है। ये बातें दैनिक जागरण से विशेष बातचीत के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी प्राइमरी जसविदर कौर ने यह बात कहीं।
डीईओ ने कहा कि जिला लुधियाना में दो माह में तीन नए प्राइमरी स्कूल खोले जाएंगे, जोकि ग्रामीण इलाकों में शामिल होंगे। इनमें दो स्कूल साहनेवाल और एक रायकोट तहसील में खोला जाएगा। शिक्षा विभाग ने सरकार को इस संबंधी लिख दिया है और मंजूरी मिलनी बाकी है। सभी स्कूल वहां खोले जा रहे हैं, जहां पहले स्कूल नहीं थे।
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प्री-प्राइमरी क्लासेस के लिए मिला फंड
एक तरफ जहां शिक्षा विभाग सरकारी स्कूलों को स्मार्ट बनाने पर फोकस कर रहा है, वहीं प्री-प्राइमरी एलकेजी और यूकेजी की क्लासों को भी स्मार्ट बनाया जा रहा है। शिक्षा विभाग ने प्री प्राइमरी क्लासिस को स्मार्ट बनाने के लिए प्रति स्कूल 19 हजार रुपये का फंड जारी कर दिया हुआ है।
टीवी के जरिए पढ़ाई को बनाया जा रहा रोचक
इन दिनों कोरोना काल के चलते जहां आनलाइन शिक्षा चलाई जा रही है, वहीं छोटे बच्चों के लिए आनलाइन पढ़ाई एक चुनौती भी रहा है। शिक्षा विभाग ने इस चुनौती से निपटने के लिए पढ़ाई को रोचक बनाने का तरीका अपनाया है और प्राइमरी के बच्चों (कक्षा पहली से पांचवीं) तक के लिए रोजाना नौ बजे से 10:40 बजे तक टीवी पर लेक्चर शुरू कर दिए हैं। इसमें कार्टून कैरेक्टर या अन्य रोचक तरीकों से बच्चों को पढ़ाई के साथ जोड़ा जा रहा है।
प्राइमरी के 208 अध्यापकों के बच्चे सरकारी स्कूलों में
शिक्षा विभाग का पूरा फोकस इन दिनों सरकारी स्कूलों में बच्चों की इनरोलमेंट बढ़ाने का है और तरह-तरह के प्रयास इसके लिए किए भी जा रहे हैं। जिले के प्राइमरी स्कूलों के अध्यापकों ने अपने बच्चों से ही इस मुहिम की शुरुआत कर दी है। अब तक लुधियाना के 208 प्राइमरी स्कूलों के अध्यापकों ने अपने बच्चे सरकारी स्कूलों में शिफ्ट कर दिए हैं।
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- प्री-प्राइमरी क्लासिस को स्मार्ट बनाने के लिए प्रति स्कूल मिला 19 हजार रुपये फंड
- 208 प्राइमरी स्कूलों के अध्यापकों ने अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में किया शिफ्ट
- पढ़ाई को रोचक बनाने पर किया जा रहा फोकस
- सरकारी स्कूलों में बच्चों की इनरोलमेंट बढ़ाना है लक्ष्य

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