Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Punjab Crime: नशे के लिए पंजाब पुलिस का कांस्टेबल बना झपटमारों का सरगना, लोगों ने वर्दी में दबोचा

    By DeepikaEdited By:
    Updated: Fri, 12 Aug 2022 10:27 AM (IST)

    पकड़े जाने के समय कांस्टेबल पुलिस वर्दी में था। उसके पास से पुलिस का पहचान पत्र भी मिला है। गुस्साए लोगों ने उनकी जमकर धुनाई की फिर उन्हें पुलिस के हवाले किया। हालांकि गिरोह के दो सदस्य चकमा देकर मौके से फरार हो गए।

    Hero Image
    लुधियाना पुलिस ने दोनों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।(सांकेतिक)

    जागरण संवाददाता, लुधियाना: पंजाब पुलिस के एक कांस्टेबल ने अजीबोगरीब कारनामा कर दिया है। उसने झपटमारों का अपना ही गिरोह खड़ा कर दिया। यह लोग नशे की पूर्ति के लिए दातर से लोगों पर हमला कर उन्हें लूट लेते। वीरवार दोपहर को एक वारदात को अंजाम दे रहे गिरोह के दो गुर्गों को लोगों ने मौके पर पकड़ लिया। इनमें एक पुलिस कांस्टेबल निकला। हालांकि गिरोह के दो सदस्य चकमा देकर मौके से फरार हो गए।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पकड़े जाने के समय कांस्टेबल पुलिस वर्दी में था। उसके पास से पुलिस का पहचान पत्र भी मिला है। गुस्साए लोगों ने उनकी जमकर धुनाई की फिर उन्हें पुलिस के हवाले किया। पकड़े गए आरोपितों की पहचान संगरूर जिले के गांव आदमपाल के रहने वाले कांस्टेबल इंद्रजीत सिंह और लुधियाना के ताजपुर रोड की इंदिरापुरी के करण कुमार के रूप में हुई है। थाना मोती नगर की पुलिस ने दोनों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

    इनके फरार हुए साथियों की पहचान जगराओं के गांव चौकीमान निवासी मंजीत सिंह और जमालपुर की पुलिस कालोनी निवासी प्रिंस के रूप में हुई। कांस्टेबल इंद्रजीत सिंह जमालपुर पुलिस कालोनी में रहता है। वह सर्किट हाउस गार्द में तैनात है। पुलिस ने ग्यासपुरा के बाबा दीप सिंह नगर निवासी धनराज चौधरी की शिकायत पर कार्रवाई की है।

    उन्होंने बताया कि वे मूल रूप से बिहार के जिला औरंगाबाद के थाना मदानपुर के तहत आने वाले गांव जीकटिया के रहने वाले हैं। फोकल प्वाइंट स्थित नट बोल्ट बनाने वाली फैक्ट्री में काम करते हैं। वीरवार को उनकी तबीयत ठीक नहीं थी। उनके साथी उपिंदर कुमार और पंकज चौधरी उसे डाक्टर के पास दवा दिलवाकर लौट रहे थे। बाबा दीप सिंह नगर में रेलवे लाइन के पास दो मोटरसाइकिल पर आए चार लोगों ने उन्हें घेर लिया।

    इनमें से एक ने पुलिस की वर्दी पहन रखी थी। उन्होंने हमला कर दिया और उपिंदर की जेब से एक मोबाइल फोन और 500 रुपये निकाल लिए। पंकज चौधरी की जेब से भी मोबाइल और 500 रुपये निकाल लिए। लुटेरों ने उसकी गर्दन पर दातर रखकर मोबाइल और एक हजार रुपये छीन लिए। उसने शोर मचाया तो लोगों ने इकट्ठे होकर दो हमलावरों को पकड़ लिया जबकि दो मोटरसाइकिल पर सवार होकर फरार हो गए।

    यह भी पढ़ेंः- UGC-NET Exam 2022: यूजीसी-नेट के दूसरे चरण की परीक्षा स्थगित, अब नई तिथि पर होगा एग्जाम