JEE Main Exam: ट्विटर पर ट्रेंड हो रहा 'जेईई मेन 2023', स्टूडेंट्स ने जमकर निकाली भड़ास; जानिए कारण
JEE Main Exam 2023 ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन काे लेकर स्टूडेंट्स में राेष व्याप्त हाे रहा है। लुधियाना के कई स्टूडेंट्स ने इंटरनेट मीडिया पर परीक्षा के आयाेजन काे लेकर आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि परीक्षा अप्रैल में करवाई जानी चाहिए।
जागरण संवाददाता, लुधियाना। JEE Main Exam: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की ओर से आयोजित होने वाले ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (JEE) मेन 2023 को लेकर स्टूडेंट्स की दुविधा इन दिनों बढ़ती ही जा रही है। सेंट्रल बोर्ड आफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) ने 12वीं बोर्ड की प्रेक्टिकल परीक्षाएं स्कूलों को जनवरी माह में आयोजित कर लेने की बात कही है। हालांकि बोर्ड की थ्योरी परीक्षाओं की डेटशीट का अभी भी इंतजार है।
कोविड से पहले दाे बार हाेती थी परीक्षा
कोविड से पहले जारी शेड्यूल अनुसार जेईई मेन परीक्षा साल में दो बार जनवरी और अप्रैल माह में आयोजित होती आई है। कोविड की स्थिति को देखते हुए एनटीए ने स्टूडेंट्स के लिए 4 सेशंस में भी परीक्षा आयोजित की थी लेकिन कोविड की स्थिति ठीक होने के बाद पिछली बार भी दो अटेंप्ट दिए थे पर पिछले साल परीक्षा जून और जुलाई माह में ली गई थी। फिलहाल एनटीए ने जेईई मेन को लेकर अभी तिथियां जारी नहीं की है कि परीक्षा कब होगी।
ट्विटर पर जो ट्रेंड देखने को मिल रहा है- वह है जेईई मेन 2023 सेशन वन अप्रैल माह में लिया जाए ताकि स्टूडेंट्स बिना किसी तनाव के इस प्रतियोगी परीक्षा में बैठ सके। अगर जनवरी में परीक्षा होती है तो बोर्ड की प्रेक्टिकल परीक्षाएं बीच में आएंगी।
सिलेबस अभी पूरा होना बाकी
इस साल जेईई मेन 2023 परीक्षा में अपीयर होने वाले छात्र सेरांश ने कहा कि जिस कोचिंग सेंटर से वह जेईई मेन की तैयारी कर रहे हैं, अभी उनका सिलेबस पूरा होना बाकी है। उम्मीद है कि नवंबर के अंत तक सिलेबस पूरा हो जाए। अगर परीक्षा जनवरी में होती है तो रिवीजन के लिए समय ही नहीं मिल पाएगा। इसलिए जेईई परीक्षा जनवरी की जगह अप्रैल में ले ली जाती है तो बेहतर होता। प्रेक्टिकल और बोर्ड परीक्षाओं की भी कोई टेंशन नहीं होगी।
जेईई मेन 2023 का जनवरी में आयोजन सही नहीं
विद्यार्थी कशिश ने कहा कि जेईई मेन 2023 का जनवरी माह में आयोजन होना ठीक नहीं होगा क्योंकि ड्रापर्स स्टूडेंट्स को तैयारियों के लिए समय नहीं मिलेगा। ड्रापर्स स्टूडेंट्स को एक साल ड्राप करने का क्या फायदा होगा, जब तैयारी के लिए केवल 2 महीने ही मिलने है। इसलिए परीक्षा अप्रैल माह में ही हो।
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