कौन हैं पंजाब के बर्खास्त DSP गुरशेर सिंह, लॉरेंस बिश्नोई इंटरव्यू मामले में गई नौकरी; अब भगोड़ा भी साबित?
Wh is Gursher Singh पंजाब पुलिस के डीएसपी गुरशेर सिंह संधू को लॉरेंस बिश्नोई के इंटरव्यू मामले में बर्खास्त कर दिया गया है। पंजाब सरकार के गृह विभाग के सचिव ने संविधान के अनुच्छेद 311 का इस्तेमाल कर उन्हें बर्खास्त किया। हाई कोर्ट ने भी उन्हें लुकआउट नोटिस जारी किया है। गुरशेर सिंह संधू पर लॉरेंस बिश्नोई का पुलिस हिरासत में टीवी इंटरव्यू करवाने के आरोप हैं।
डिजिटल डेस्क, जालंधर। Who is DSP Gursher Singh : लॉरेंस बिश्नोई इंटरव्यू मामले में पंजाब के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) को बर्खास्त कर दिया गया है और हाई कोर्ट ने उन्हें लेकर लुकआउट नोटिस भी जारी कर दिया है। डीएसपी की बर्खास्तगी के लिए पंजाब सरकार के गृह विभाग के सचिव गुरकीरत करपाल सिंह ने आदेश जारी किए। 2 जनवरी को गृह विभाग के सचिव ने संविधान के अनुच्छेद 311 का इस्तेमाल कर उन्हें बर्खास्त किया।
आदेश में क्या कहा गया।
गृह सचिव द्वारा जारी आदेश में कहा गया कि पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट द्वारा गठित एसआईटी ने निष्कर्ष निकाला है कि संधू ने लॉरेंस बिश्नोई के इंटव्यू की रिकॉर्डिंग की सुविधा दी थी जबकि वह सीआईए, खरड़ की हिरासत में था।
आदेश के अनुसार, तथ्यों और परिस्थितियों पर सावधानीपूर्वक विचार करने के बाद राज्य सरकार इस बात से संतुष्ट है कि गुरशेर सिंह संधू, पीपीएस (निलंबित) ने लॉरेंस बिश्नोई के इंटरव्यू के दौरान सीआईए, खरड़ की हिरासत में रहते हुए अपने कदाचार, लापरवाही और कर्तव्य के प्रति लापरवाही को दर्शाया है।
इसके परिणामस्वरूप पंजाब पुलिस की छवि को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा है। नियमों का घोर उल्लंघन को लेकर डीएसपी को पद से बर्खास्त किया जाता है।
यह भी पढ़ें- लॉरेंस बिश्नोई इंटरव्यू मामले में बुरे फंसे गुरशेर सिंह, बर्खास्तगी के बाद अब हाईकोर्ट ने भी खारिज की याचिका
क्या है आखिर मामला?
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का साल 2023 के मार्च में इंटरव्यू जारी हुआ था। यह पूरा इंटरव्यू वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए हुआ और एक निजी चैनल पर टेलीकास्ट भी हुआ। उस समय लॉरेंस सीआईए, खरड़ की हिरासत में था और डीएसपी गुरशेर सिंह इस मामले की जांच में जुटे थे।
साल 2022 में पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में लॉरेंस की भी अहम भूमिका थी। मामले में पंजाब पुलिस जांच के लिए लॉरेंस को ट्रांजिट रिमांड पर तिहाड़ जेल से लेकर लाई थी।
जब लॉरेंस का इंटरव्यू प्रसारित हुआ तो दोषी अफसरों पर एक्शन लेने के लिए हाईकोर्ट ने एक स्पेशल इन्वेटिकेशन टीम (SIT) का गठन किया। इस मामले में पहले छोटे अधिकारियों पर कार्रवाई की जा रही थी।
लेकिन हाई कोर्ट ने पंजाब सरकार को फटकार लगाते हुए कहा कि छोटे अधिकारी बलि का बकरा क्यों बनाए जा रहे हैं। जिसके बाद पंजाब पुलिस ने शपथ पत्र देकर हाई कोर्ट में इस बात की जानकारी दी कि मामले में डीएसपी गुरशेर सिंह के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
कौन हैं गुरशेर सिंह संधू
गुरशेर सिंह संधू मूल रूप से पंजाब के जालंधर के निवासी हैं। पंजाब पुलिस में वह काफी सीनियर और प्रतिष्ठित अफसर रहे। गुरशेर साल 2016 बैच के पंजाब पुलिस सेवा (पीपीएस) अधिकारी हैं। वह सीमा सुरक्षा बल (BSF) में असिस्टेंट कमांडेंट भी थे और सिलेक्शन के बाद पंजाब पुलिस के अधिकारी बने थे।
वह मुल्लांपुर में एसएचओ के रूप में तैनात रहे। वह फतेहगढ़ साहिब जिले में अमलोह के डीएसपी भी रहे। उन्होंने डीएसपी (सिटी-1) मोहाली, डीएसपी (इन्वेस्टिगेशन) मोहाली व डीएसपी (स्पेशल सेल) मोहाली के पद पर भी दायित्व निभाया। एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के रूप में उन्होंने पहचान बनाई थी।
गुरशेर सिंह के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी
बता दें कि राज्यपाल की ओर से गुरशेर सिंह पर कार्रवाई की मंजूरी मिलने के बाद गृह सचिव गुरकिरत किरपाल सिंह ने बर्खास्तगी के आदेश जारी किए थे। वहीं, गुरशेर सिंह के विदेश फरार होने के बाद से अब लुकआउट नोटिस जारी किया गया है।
डीएसपी गुरशेर सिंह संधू पर जालसाजी व भ्रष्टाचार के भी आरोप हैं। पंजाब पुलिस ने उन्हें 2 जून, 2023 को सेवा से हटा दिया था। पिछले अक्टूबर से गुरशेर की कोई जानकारी नहीं है। कहा जा रहा है कि वह विदेश भाग गए हैं। उन्हें भगोड़ा साबित करने की तैयारी चल रही है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।