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    शहीद भगत सिंह जन्म शताब्दी घोटाले में पूर्व आइएएस स्वर्ण सिंह की कोठी जब्त

    By Kamlesh BhattEdited By:
    Updated: Fri, 16 Sep 2016 12:03 PM (IST)

    शहीद भगत सिंह जन्म शताब्दी समारोह घोटाले के मामले में ईडी ने पूर्व आइएएस स्वर्ण सिंह की कोठी कब्जे में ली है। जब घोटाला हुआ था तब स्वर्ण सिंह डिवीजनल ...और पढ़ें

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    जेएनएन, जालंधर। इनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ईडी) ने शहीद भगत सिंह जन्म शताब्दी समारोह घोटाले में पूर्व आइएएस स्वर्ण सिंह की अमृतसर के अजनाला रोड स्थित कोठी कब्जे में ले ली है। गत दिवस ईडी कार्यालय से स्पेशल टीम ने अमृतसर पहुंचकर कार्रवाई को अंजाम दिया।

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    पिछले महीने ईडी ने स्वर्ण सिंह को 67.28 लाख रुपये की कीमत वाली इस कोठी का कब्जा लेने बाबत नोटिस जारी किया था। इससे पहले ईडी ने कोठी अटैच की थी, जिसकी कन्फर्मेशन ईडी की स्पेशल अथॉरिटी ने जारी की। कन्फर्मेशन मिलने के बाद ईडी ने कोठी को कब्जे में ले लिया है।

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    ईडी ने इस केस में एचडीएफसी बैैंक में स्वर्ण सिंह के परिवार से संबंधित 20 लाख रुपये की एफडीआर, 5 लाख के बैंक खाते और 4.81 लाख रुपये का टर्म डिपॉजिट अटैच कर रखा है। पूर्व आइएएस स्वर्ण सिंह जालंधर के डिवीजनल कमिश्नर रह चुके हैैं। उनके बेटे परनीत सिंह भी जालंधर में क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी रह चुके हैं।

    करीब एक करोड़ का था घोटाला

    साल 2008 में प्रदेश सरकार ने नवांशहर में शहीद भगत सिंह की जन्म शताब्दी मनाई थी। इसका कामकाज पूर्व आइएएस स्वर्ण सिंह के हाथ में था। स्वर्ण सिंह उस वक्त जालंधर के डिवीजनल कमिश्नर थे। साल 2011 में विजिलेंस ने एक केस दर्ज किया, जिसमें इस आयोजन में घोटाले की बात कही गई।

    केस के मुताबिक करीब एक करोड़ रुपये का घोटाला हुआ था, जिसमें कई फर्जी बिल तैयार किए गए थे। इसमें कई बॉलीवुड कलाकार बुलाने के नाम पर भी बिल तैयार किए गए थे। कुल करीब एक करोड़ रुपये की गड़बड़ी का केस विजिलेंस ने दर्ज किया था। इस केस के खुलासे ने प्रदेश सरकार को भी सकते में डाल दिया था। विजिलेंस की एफआइआर के बाद ईडी ने भी अलग केस दर्ज किया और प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत उक्त पैसों की रिकवरी को लेकर कार्रवाई शुरू की।

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