पंजाब की बेटी ने लहराया परचम, पलविंदर कनाडा सुप्रीम कोर्ट की पहली सिख जज बनीं
पंजाब की बेटी पलविंदर कौर कनाडा के सुप्रीम कोर्ट की पहली अमृतधारी सिख जज बनी हैं। इससे पंजाब में खुशी का माहौल है। उनके मायके आैर ससुराल में जश्न का माहौल है।
जेएनएन, जालंधर। पंजाब के लोग पूरी दुनिया में छा रहे हैं और विभिन्न देशों में परचम लहरा रहे हैं। इसी कड़ी में पंजाब की एक और बेटी का नाम जुड़ गया है। जालंधर के फिल्लौर क्षेत्र के गांव रुड़का कलां की पलबिंदर कौर शेरगिल कनाडा के सुप्रीम कोर्ट की जज बनी हैं। वह कनाडा के सुप्रीम कोर्ट ऑफ ब्रिटिश कोलंबिया की पहली अमृतधारी (पगड़ीधारी) सिख महिला जज बनी हैं।
शेरगिल ने जस्टिस अरनॉल्ड बेली का स्थान लिया है जो 31 मई को सेवानिवृत्त हो चुके हैं। कनाडा में पलबिंदर कौर की पहचान मानवाधिकार मामलों के बड़े वकील के रूप में रही है। कनाडा के विधि मंत्री व अटॉर्नी जनरल जोडी विल्सन ने उनकी नियुक्ति की घोषणा की। इससे पहले वह अपनी लॉ फर्म शेरगिल एंड कंपनी चलाती थीं।
फिल्लौर की पलबिंदर कौर शेरगिल की सुप्रीम कोर्ट ऑफ ब्रिटिश कोलंबिया में बड़ी उपलब्धि
वह कनाडा में अपने पति अमृतपाल सिंह, बेटी मोहेनाम कौर, जुड़वां बेटों मेहरबान सिंह व कुरबान सिंह शेरगिल के साथ रहती हैं। पलबिंदर चार वर्ष की उम्र में ही कनाडा चली गई थीं। उनकी शादी नवांशहर के जगतपुर गांव में हुई थी। अंग्रेजी के साथ पंजाबी व हिंदी पर समान पकड़ रखने वाली पलबिंदर विलियम्स लेक में पली बढ़ीं हैं।
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शादी नवांशहर के जगतपुर गांव में हुई, मानवाधिकार मामलों के बड़े वकील के रूप में है पहचान
वर्ल्ड सिख ऑर्गेनाइजेशन के अध्यक्ष मुखबिर सिंह ने कहा कि यह कनाडा में रह रहे सिख समुदाय के लोगों के लिए एक और मील का पत्थर है। इससे यहां रह रहे सिख समुदाय के लोगों को और बल मिलेगा व वे यहां अपनी गहरी छाप छोड़ पाएंगे। वह कनाडा में रहने वाले सिख समुदाय के कई मामलों की अदालत में पैरवी कर चुकी हैं।
पलविंदर कौर के गांव रुड़का कलां में खुशी मनाते लोग।
पैतृक घर में चलता है निशुल्क सिलाई और कंप्यूटर सेंटर
कनाडा में रक्षा मंत्री हरजीत सिंह सज्जन की रिश्तेदार पलबिंदर कानून के क्षेत्र में ही काम नहीं कर रही बल्कि समाज सेवा में भी उनका अहम योगदान है। रुड़का कलां के पूर्व सरपंच उनके चचेरे भाई गुरविंदर सिंह ने बताया कि पलबिंदर व उनके पिता ज्ञान सिंह का गांव से गहरा लगाव है। वह हर दो साल बाद परिवार सहित भारत में अपने गांव में जरूर आते हैं।
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उन्होंने बताया कि उनके परिवार ने गांव में अपने पैतृक घर में जहां लड़कियों के लिए निशुल्क सिलाई सेंटर खोल रखा है। वहीं पर छोटे बच्चों के लिए निशुल्क स्कूली शिक्षा देने के साथ-साथ बड़ों के लिए निशुल्क कम्प्यूटर सेंटर भी चला रखा है।
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कनाडा में ही हुई थी पलबिंदर की अमृतपाल से शादी
गांव जगतपुर में पलविंदर कौर के देवर गुरप्रीत पाल सिंह ने बताया कि सुबह फोन पर उन्हें पलबिंदर के जज बनने की मिली। उन्होंने बताया कि पलबिंदर के पति अमृतपाल सिंह शेरगिल के पिता व उनका परिवार करीब 35 साल पहले विदेश शिफ्ट हो गया था। करीब डेढ़ साल पहले वे सपरिवार गांव आए थे। उन्होंने बताया कि उनके भाई व भाभी पलविंदर कौर की शादी विदेश में ही हुई है।
पलविंदर की ससुराल गांव जगतपुरा में खुश उनके परिजन।
मायके व ससुराल में जश्न
पलबिंदर के जज बनने की खुशी में जहां उनके मायके रूड़का कलां में लड्डू बांटे गए और जश्न मनाया गया वहीं पर ससुराल में भी खुशी का माहौल है। पलविंदर की ससुराल शहीद भगत सिंह नगर जिले के गांव जगतपुरा में भी खुशी का माहौल रहा। मायका गांव में भी खुशी की लहर है और पलविंदर के घर बधाई देने वालों का तांता लग गया। रुड़का कलां में लोग ढोल की थाप पर भंगड़ा होता रहा। पारिवारिक सदस्य खुशी में फूले नहीं समा रहे थे और पूरा गांव खुशी में शरीक था।
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