Punjab Weather: 48 घंटे से घने कोहरे की चपेट में पंजाब, कई फ्लाइटें रद; सड़क और रेल यातायात बुरी तरह प्रभावित
पंजाब चंडीगढ़ और हरियाणा में घने कोहरे ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। शनिवार को दूसरे दिन भी दृश्यता शून्य रही। धुंध और कड़ाके की ठंड से हवाई सड़क और रेल यातायात प्रभावित हुआ है। अमृतसर एयरपोर्ट पर कई उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। कई ट्रेनें घंटों देरी से चल रही हैं। सड़क हादसों में चार लोगों की मौत हो गई।

जागरण टीम, चंडीगढ़। इस बार सर्दी का मौसम रोज नए ढंग दिखा रहा है। कहीं कड़ाके की ठंड और कहीं तेज धूप। एक ओर शिमला में शनिवार को जनवरी में अधिकतम तापमान ने रिकॉर्ड तोड़ा तो पंजाब, चंडीगढ़ और हरियाणा में जबरदस्त कोहरे की चपेट में रहा।
इस कारण सड़क, रेल और हवाई यातायात प्रभावित हुआ। अमृतसर, चंडीगढ़, दिल्ली समेत दस प्रमुख हवाई अड्डों पर कई फ्लाइटें रद की गईं।
इसके अलावा चंडीगढ़, अंबाला, लुधियाना और अमृतसर से चलने वाली ट्रेनें कई घंटे लेट रहीं। हालांकि, चंडीगढ़ में दिन में धूप निकलने से लोगों को ठंड से थोड़ी राहत जरूर मिली। चंडीगढ़ का अधिकतम तापमान 14.7 डिग्री सेल्सियस, जबकि न्यूनतम 6.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
दूसरे दिन भी दृश्यता शून्य
बता दें कि पंजाब पिछले 48 घंटे से घनी धुंध की चपेट में है। शनिवार को दूसरे दिन भी दृश्यता शून्य रही। धुंध व कड़ाके की ठंड से जनजीवन बेहाल हो गाय है। हवाई, सड़क व रेल यातायात भी प्रभावित है।
अमृतसर एयरपोर्ट पर शनिवार को भी उड़ानें प्रभावित हुई हैं। बैंकाक से आई फ्लाइट को लखनऊ व मलेशिया एयरलाइंस की फ्लाइट को दिल्ली डायवर्ट कर दिया गया।
अमृतसर से सचखंड एक्सप्रेस सवा 12 घंटे, छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस साढ़े दस घंटे और जम्मू-जोधपुर ट्रेन चार घंटे देरी से चली। गहरी धुंध में छह से अधिक हादसे भी हुए, जिसमें तीन किसान महिलाओं से सहित चार लोगों की मौत हो गई। लगभग 30 लोग घायल हुए हैं।
वहीं दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्य भी घने कोहरे की चपेट में हैं। दिल्ली, श्रीनगर, पठानकोट, चंडीगढ़ सहित 10 प्रमुख हवाई अड्डों पर भी कई उड़ानें प्रभावित हुईं। शनिवार को राज्य में सुबह 11 बजे तक घनी धुंध पड़ी।
धुंध के चलते बरनाला में बड़ा हादसा
वहीं, घनी धुंध में किसानों से भरीं दो बसें दुर्घटनाग्रस्त हो गईं, जिसमें तीन महिलाओं की मौत हो गई। 35 किसान घायल हो गए। ये दोनों हादसे अलग-अलग हुए। इनमें एक बस खनौरी बार्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के अनशन में जा रही थी।
दूसरी बस से लोग हरियाणा के टोहाना में संयुक्त किसान मोर्चा की महापंचायत में जा रहे थे। पहला हादसा धुंध से संतुलन बिगड़ने के कारण बरनाला के मोगा पुल पर हुआ है, जिसमें तीन महिलाओं गांव कोठे गुरु की बलवीर कौर, सरबजीत कौर व जसवीर कौर की मौत हो गई।

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