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    Punjab Bus Strike: कल से तीन दिन तक पंजाब में बसों का चक्का जाम, सरकार की वादाखिलाफी से कांट्रेक्ट वर्कर्स नाराज

    By Pankaj DwivediEdited By:
    Updated: Tue, 07 Jun 2022 11:57 AM (IST)

    Punjab Roadways News पिछले एक महीने से अपनी मांगों को लेकर लगातार पंजाब सरकार को नोटिस देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने पर गुस्साए ठेका कर्मचारियों ने बुधवार से 10 जून तक बसों का चक्का जाम करने का एलान किया है।

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    पंजाब में पनबस और पीआरटीसी वर्कर्स ने तीन दिन बसों का चक्का जाम करने की घोषणा की है।

    संवाद सहयोगी, होशियारपुर। रेगुलर किए जाने की मांग को लेकर पिछले साल करीब एक सप्ताह तक पंजाब की सार्वजनिक बस परिवहन व्यवस्था को ठप करने वाले कांट्रेक्ट वर्कर्स एक बार फिर चक्का जाम करने की तैयारी में हैं। पिछले एक महीने से अपनी मांगों को लेकर लगातार पंजाब सरकार को नोटिस देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने पर गुस्साए ठेका कर्मचारियों ने बुधवार से 10 जून तक बसों का चक्का जाम करने का एलान किया है।

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    बता दें कि पिछले साल छह सितंबर को पंजाब रोडवेज, पीआरटीसी, पनबस के करीब 8 हजार कांट्रेक्ट कर्मचारी रेगुलर किए जाने की मांग  को लेकर हड़ताल पर चले गए थे। उस दौरान करीब 2000 बसें नहीं चलने से दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश जाने वाले यात्रियों के लिए बड़ी मुश्किल खड़ी हो गई थी। 

    वेतन न मिलने से आक्रोशित हैं कर्मचारी

    सोमवार को बस स्टैंड होशियारपुर की वर्कशाप के सामने एक गेट रैली को संबोधित करते हुए पनबस व पीआरटीसी ठेका कर्मचारी यूनियन प्रधान रमिंदर सिंह कंबोज ने कहा कि आठ, नौ और दस जून को चक्का जाम करके पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर रोष प्रदर्शन किया जाएगा।

    महासचिव कुलवंत सिंह ने बताया कि मई में रोष प्रदर्शन के बाद परिवहन सचिव ने चंडीगढ़ में हुई बैठक में यह एलान किया था कि हर महीने की पांच तारीख से पहले ठेका कर्मचारियों का वेतन जारी कर दिया जाएगा। मगर वह सब ठंडे बस्ते में ही रख दिया गया है। इस महीने का वेतन अभी तक नही मिला है।

    रमिंदर सिंह ने कहा कि पंजाब में आप की सरकार बनने से पहले यह एलान किया गया था कि सभी कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया जाएगा। राज्य में सरकारी बस सेवा को लाभ पहुंचाने के लिए एक विशेष रूट प्लान जारी किया जाएगा। यह सब मात्र दिखावा बन कर ही रह गए है। ठेका कर्मचारी जिन्होंने कोरोना काल के साथ साथ अन्य मुश्किलों का सामना करके पंजाब की सरकारी ट्रांसपोर्ट को जिंदा रखा वह आज अपना बनता हक लेने के लिए सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर हो रहे है। अगर सरकार ने बैठक करके कोई हल नहीं निकाला तो पनबस और पीआरटीसी का मुक्कमल चक्का जाम किया जाएगा और होने वाले नुकसान की सारी जिम्मेदारी सरकार की होगी।