Punjab News: अब कोहरा नहीं रोक पाएगा ट्रेनों का संचालन, उपलब्ध करवाए गए GPS आधारित फागसेफ Device
Punjab News रेलवे ने सर्दियों के मौसम में पढ़ने वाले कोहरे को ध्यान में रखते हुए अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। दरअसल सभी ट्रेनों में फागसेफ डिवाइस लगाने शुरू कर दिए गए हैं। इससे ट्रेनों का संचालन सही तरीके से होगा।

जागरण संवाददाता, जालंधर: सर्दी में अब कोहरा ट्रेनों का संचालन नहीं रोक पाएगा। ट्रेनों के निर्विघ्न संचालन के लिए रेलवे के फिरोजपुर मंडल के लगभग सभी लोकोमोटिव (इंजन) पर जीपीएस आधारित फागसेफ डिवाइस उपलब्ध करा दिए गए हैं। कोहरे की वजह से ट्रेनों का परिचालन काफी प्रभावित होता है। कई बार ट्रेनों को रद करना पड़ता है और कई गाड़ियां तो घंटों देरी से चलती हैं।
फिरोजपुर रेल मंडल ने इसी असर को कम करने के लिए यह सुविधा दी है। जीपीएस आधारित फागसेफ डिवाइस लोको पायलटों (ड्राइवरों) को अग्रिम जानकारी उपलब्ध कराएगा। इसमें रेल पथ पर आने वाले लेवल क्रासिंग व सिग्नल समेत रेल ट्रैक की तमाम जानकारी उपलब्ध होगी। रेलवे ट्रैक पर दृश्यता कम होने पर डिवाइस लोको पायलट को चेतावनी जारी करेगा। सभी लोको पायलट व सहायक लोको पायलट को सिग्नल लोकेशन पुस्तक भी उपलब्ध कराई गई है। इससे आने वाले सिग्नलों की जानकारी पहले ही प्राप्त हो जाएगी।
नियमों के अनुरूप होगी लोकोमोटिव की गति
लोकोमोटिव के अंदर जानकारी तो उपलब्ध होगी ही लेकिन ट्रैक पर भी पूरी नजर रखी जाएगी। रेलवे ट्रैक में किसी भी संभावित दोष की पहचान करने के लिए रेल ट्रैक की कोल्ड वेदर पैट्रोलिंग की जा रही है। पेट्रोल मैन को आसानी से ट्रैक के कुशल निरीक्षण के लिए सभी व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों और हल्के वजन के दूसरे उपकरणों से लैस किया गया है। रेल ट्रैक पर गश्त लगाने वाले कर्मचारियों को जीपीएस आधारित हैंड-हैल्ड उपकरण प्रदान किए गए हैं। कोहरे व खराब मौसम की स्थिति में लोकोमोटिव की गति निर्धारित नियमों के अनुरूप ही होगी।
ट्रेनों की रात्रि संचालन के दौरान बेहद सजगता रखी जाएगी। सभी काशन, सीटी बोर्ड आदि को बेहतर दृश्यता के लिए रेट्रो रिफ्लेक्टिव कोटिंग के साथ प्रदान किया गया है। स्वचालित सिग्नलिंग प्रणाली को माडिफाइड आटोमेटिक सिग्नलिंग में परिवर्तन किया गया है। यह कोहरे के दौरान दो स्टेशनों के मध्य गाड़ियों की संख्या को नियंत्रित करने में सहायक होगी। रेलवे के फिरोजपुर मंडल की प्रबंधक सीमा शर्मा ने कहा कि पिछले वर्षों की तुलना में इस साल बेहद कम संख्या में ही ट्रेनों को रद करना पड़ा है।
रेल मंडल में तमाम इंतजाम किए पूरे
ट्रेनों को रद करने की मुख्य वजह यह भी है कि कोहरे में गाड़ियां धीमी रफ्तार से संचालित हो पाती हैं। इस कारण से संबंधित ट्रेन के पीछे आ रहा ट्रैफिक भी प्रभावित होता है। लंबी दूरी की ट्रेनें अपने निर्धारित समय से कई घंटे तक पिछड़ जाती हैं। इसी वजह से दूरी की कुछ ट्रेनों को रद किया गया है। कोहरे का मौसम शुरू होने से पहले ही पूरे रेल मंडल में तमाम इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं।

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