सावधान! महिलाओं को छेड़ा तो लगेगा बिजली का झटका, NIT जालंधर की टीम ने बनाया विशेष सेफ्टी डिवाइस
डा. बीआर अंबेडकर राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए उपकरण तैयार कर उसका पेटेंट करवाया है। यह उन्हें बैड टच का जवाब बिजली का झटका देकर देगा। यह उपकरण एनआइटी के इलेक्ट्रानिक्स और संचार इंजीनिय¨रग विभाग की तरफ से तैयार किया गया है।

जागरण संवाददाता, जालंधर : अब सूनसान एरिया हो या फिर चलती बस। दफ्तर हो या फिर भीड़भाड़ वाला क्षेत्र। महिलाएं खुद छेड़खानी करने वालों को करंट से झटका देकर सबक सिखाएंगी। जालंधर में पहली बार ऐसी डिवाइस खुद महिलाओं की तरफ से ही तैयार की गई है। इसे डा. बीआर अंबेदकर नेशनल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी की महिला रिसर्च टीम ने तैयार किया है। इससे महिलाएं खुद को करंट से बचाते हुए उनके साथ छेड़छाड़ करने वालों को बिजली जैसे करंट का झटका दे सकती हैं। एनआइटी की तरफ से अबतक विभिन्न क्षेत्रों में की गई रिसर्च से संबंधित 80 पेटेंट करवाए जा चुके हैं। मगर महिलाओं की तरफ से अभी तक एक भी रिसर्च की पेटेंट नहीं करवाई जा सकी थी। एनआइटी के इलेक्ट्रानिक्स एंड संचार इंजीनियरिंग विभाग की डा. इंदू सैनी और सहायक प्रोफेसर नीतू सूद ने दो साल में यह डिवाइस तैयार की है।
ऐसे करेगी यह डिवाइस काम
बैटरी संचालित इस डिवाइस को रिचार्जेबल बैटरी के साथ आपरेट किया जा सकता है। इसे महिलाएं व लड़कियां अपने हाथ या फिर कमर में लगा सकती हैं। डिवाइस को एक्टिवेट करने के लिए इसकी वायर को सैंडल, जूते के बीच में अंगुलियों के साथ रखा जा सकता है। इसके बाद अगर कोई शरारती तत्व बैड डच करने की कोशिश करता है तो डिवाइस पहनने वाले स्थिति को भांपते हुए इसे दो बार टैप करते हुए चंद ही सेकेंड में एक्टिवेट कर सकेंगी। जैसे ही कोई बैड टच करता है तो उसे जोर से झटका लगेगा। ऐसी डिवाइस पहली बार बनी है, जो बिना किसी को सामने से दिखाए चंद ही सेकेंड में आपरेट होगी।
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