जालंधर निगम कमिश्नर दीपशिखा शर्मा फिर लंबी छुट्टी पर, स्मार्ट सिटी के कामकाज पर पड़ेगा प्रभाव
निगम के सभी विभाग इस समय कई तरह की परेशानियों से जूझ रहे हैं। रोजमर्रा के कामों पर भी फैसला नहीं हो पा रहा है। नगर निगम के कर्मचारी भी रूटीन कार्यों पर फैसला न होने से परेशान हैं और इस संबंध में जल्द ही मीटिंग बुलाने वाले हैं।

जागरण संवाददाता, जालंधर: नगर निगम व स्मार्ट सिटी कंपनी में रूटीन कार्य और प्रोजेक्ट एग्जीक्यूट करने का संकट एक बार फिर बढ़ सकता है। दरअसल, स्वास्थ्य कारणों से नगर निगम कमिश्नर दीपशिखा शर्मा फिर लंबी छुट्टी पर चली गई है। अब वह जुलाई में भी उपलब्ध नहीं रहेंगी।
स्मार्ट सिटी कंपनी की चीफ एग्जीक्यूटिव अधिकारी भी वही हैं। ऐसे में अगले सवा महीने तक नगर निगम और स्मार्ट सिटी के कामकाज पर प्रभाव पड़ेगा। स्मार्ट सिटी कंपनी के कई बड़े प्रोजेक्ट इस समय चल रहे हैं और इनकी निगरानी जीरो है। सरकार को नगर निगम और स्मार्ट सिटी कंपनी के लिए नए अधिकारियों की तैनाती पर ध्यान देना होगा। नगर निगम में एडिशनल कमिश्नर और ज्वाइंट कमिश्नर के तीन पद खाली पड़े हैं। इन पदों पर किसी पीसीएस अधिकारी की नियुक्ति के बाद ही निगम के काम आगे बढ़ पाएंगे।
रूटीन कार्यों पर फैसला न होने से कर्मचारी परेशान
नगर निगम के सभी विभाग इस समय कई तरह की परेशानियों से जूझ रहे हैं क्योंकि रोजमर्रा के कामों पर भी फैसला नहीं हो पा रहा है। नगर निगम के कर्मचारी भी रूटीन कार्यों पर फैसला न होने से परेशान हैं और इस संबंध में जल्द ही मीटिंग बुलाने वाले हैं। ज्वाइंट कमिश्नर गुरविंदर कौर रंधावा ही इस समय निगम का सारा काम देख रही हैं, लेकिन उनके पास सभी अधिकार नहीं है।
यह भी पढ़ेंः- Jalandhar Weather Update: शहर में भीषण गर्मी का टार्चर, आज भी सूर्य देव उगलेंगे आग, अभी राहत के आसार नहीं
पीसीएस अधिकारियों की नियुक्ति के लिए लिखेंगे पत्र
इस वजह से वह खर्चा और अन्य महत्वपूर्ण कार्यों पर फैसला नहीं ले पा रही हैं। निगम का काम राम भरोसे चल रहा है और मानसून में दिक्कत बढ़ सकती है। मेयर जगदीश राज राजा ने कहा कि सरकार को पत्र लिखेंगे कि निगम में पीसीएस अधिकारियों की नियुक्ति की जाए। निगम के काम प्रभावित हो रहे हैं। उम्मीद है जल्द ही खाली पद भरे जाएंगे।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।