Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    फौजा सिंह को टक्कर मारने वाले कार ड्राइवर के करीब पहुंची पुलिस, कभी भी हो सकती है गिरफ्तारी

    Updated: Tue, 15 Jul 2025 10:45 PM (IST)

    जालंधर में फौजा सिंह को टक्कर मारने वाले कार चालक की तलाश में पुलिस जुटी है। पुलिस को सफेद रंग की कार के बारे में जानकारी मिली है और सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। पुलिस ने सेवानिवृत्त डीएसपी से भी पूछताछ की है और परिवार को जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन दिया है। अंतिम संस्कार विदेश में रहने वाले परिजनों के आने के बाद होगा।

    Hero Image
    हादसे के बाद सीसीटीवी कैमरों में कैद फार्च्यूनर कार (फोटो- वीडियोग्रैब)

    जागरण संवाददाता, जालंधर। फौजा सिंह को टक्कर मार कर फरार होने वाले कार चालक को पकड़ने के करीब पुलिस पहुंच गई है। कभी भी उसकी गिरफ्तारी दिखाई जा सकती है। हादसे के बाद आदमपुर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अज्ञात कार चालक के खिलाफ केस दर्ज अलग-अलग टीमें का गठन कर कार चालक की तलाश में जुट गई। पुलिस को आसपास के लोगों से मिले इनपुट से पता चला कि सफेद रंग की कार ने 3.15 बजे पर फौजा सिंह को टक्कर मार भागी थी।

    जल्द आरोपितों को गिरफ्तार करने आश्वासन

    पुलिस ने कार चालक को पकड़ने के लिए किशनगढ़ से पठानकोट चौक के सीसीटीवी कैमरों खंगाले, जिसमें पुलिस को उस समय के अनुसार इनोवा और फार्च्यूनर सफेद गाड़िया निकलती हुईं नजर आई, जो जांच के घेरे में हैं।

    हालांकि हादसे से ठीक पहले घटनास्थल से लुधियाना के सेवानिवृत्त डीएसपी भी कार लेकर निकले थे। पुलिस ने सोमवार को डीएसपी से भी पूछताछ की और उनसे भी इनपुट लिए।

    मंगलवार दोपहर एसएसपी हरविंदर सिंह विर्क, एसपी सरबजीत सिंह राय, डीएसपी कुलवंत सिंह मौके पर पहुंचे और जांच की। उन्होंने परिवार को आश्वासन दिया कि वह जल्द ही आरोपित को गिरफ्तार कर लेंगे।

    अंतिम संस्कार में लग सकते हैं दो से तीन दिन

    फौजा सिंह के शव को सेक्रेड हार्ट अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया है। वह जालंधर के ब्यास पिंड में बेटे हरविंदर सिंह के साथ रहते थे। उनके एक बेटे कुलदीप सिंह व बेटी गुरबख्श कौर का निधन हो चुका है।

    एक बेटा सुखजिंदर सिंह व बेटी जसविंदर कौर इंग्लैंड में रहते हैं, जबकि एक बेटी परमिंदर कौर कनाडा में रहती है। हरविंदर सिंह ने बताया कि विदेश से भाई व बहनों के आने के बाद ही अंतिम संस्कार किया जाएगा। इसमें दो-तीन दिन का समय लग सकता है।

    ये भी पढ़ें- पांच साल की उम्र तक चल भी नहीं सकते थे फौजा सिंह, 89 साल की उम्र में पूरी की लंदन मैराथन; एक दिन में बनाए आठ रिकॉर्ड