शंभू-खनौरी बॉर्डर पर कार्रवाई से नाराज किसानों की पुलिस के साथ झड़प, मंत्री मोहिंदर भगत के आवास पर दिया धरना
जालंधर में किसानों का प्रदर्शन हिंसक हो गया जब पुलिस ने उन्हें कैबिनेट मंत्री महिंदर भगत के घर के बाहर धरना देने से रोकने की कोशिश की। किसानों और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की हुई और स्थिति तनावपूर्ण हो गई। किसानों ने मंत्री के घर के बाहर चार घंटे तक धरना दिया। इस दौरान किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

जागरण संवाददाता, जालंधर। पंजाब हरियाणा के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर 13 माह बाद किसानों के धरने खत्म करने तथा वहां राज्य सरकार की धक्केशाही से किसानों के हुए नुकसान के विरोध में किसान मजदूर संघर्ष कमेटी की ओर से कैबिनेट मंत्री महिंदर भगत की घर के बाहर धरना देने जा रहे किसानों के साथ पुलिस ने धक्का मुक्की की।
किसानों को पुलिस ने बलपूर्वक रोकना चाहा, मगर पुलिस किसानों को रोकने में असफल रही। जिसके बाद किसानों ने मंत्री मोहिंदर भगत के घर के बाहर पहुंचकर धरना लगा दिया। धक्का-मुक्की के बाद किसानों ने मंत्री के घर के चार घंटे तक धरना प्रदर्शन किया। धकका मुक्की के दौरान स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी।
कैबिनेट मंत्री के आवास पर किसानों का धरना
सोमवार को दोपहर को मजदूर किसान संघर्ष कमेटी की प्रदेश कोर कमेटी सदस्य सलविंदर सिंह जानिया और जिला प्रधान गरमेल सिंह रेड़वा की अगुवाई में किसान केबिनेट मंत्री मोहिंदर भगत के अर्बन अस्टेट स्थित निवास पर धरना देने पहुंचे।
घर से कुछ दूरी पर बैरिकेड्स लगा कर किसानों को रोकने का प्रयास किया गया। किसानों ने घर तक पहुंचने का प्रयास किया तो पुलिस ने उन्हें रोका।
इस दौरान पुलिस और किसान दोनों आमने सामने हो गए पुलिस ने धक्का मुक्की कर किसानों को रोकने का पर्यास किया परंतु असफल रहे और किसानों ने मंत्री के घर के आगे तक पहुंच कर धरना प्रदर्शन किया।
DSP पर धक्का-मुक्की के आरोप बेबुनियाद
सलविंदर सिंह जानिया और गुरमेल सिंह रेड़वा ने ड्यूटी पर तैनात डीएसपी पर धक्केशाही करने के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि किसान शांतमय ढंग से केबिनेट मंत्री महिंदर भगत के घर के सामने धरना तथा ज्ञापन देने जा रहे थे। डीएसपी पर बेवजह धक्का मुक्का कर रोकने के आरोप लगाए।
महिला किसान अमरजीत कौर तथा परमीत कौर ने पुलिस पर उन्हें पकड़ पकड़ धक्के मारने के आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि महिला पुलिस की नाममात्र सिपाही मौके पर मौजूद थी। उन्होंने पंजाब पुलिस के जवानों की ओर से उन्हें धक्के मारने के मामले को रोष जताया ।
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किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी। मौके पर बारती किसान यूनियन उगराहा और दोआबा किसान संग्ष कमेटी के किसान भी पहुंचे। इस मौके पर सलविंदर सिंह जानिया ने कहा कि बीते दिनों पहले जो पंजाब सरकार द्वारा शंभू बॉर्डर पर किसानों को गिरफ्तार कर जो शंभू बॉर्डर से किसानों को हटाया गया था। वह बहुत ही निंदनीय था।
इसके साथ ही वहां से किसानों का करोड़ों रुपए का सामान भी गायब हुआ है। जिसमें ट्रैक्टर ट्रालियों से लेकर ए सी पंखे, यहां तक की वहां पर बर्तन तक भी नहीं छोड़ेंगे । उसका भुगतान सरकार को करना चाहिए।
इस मौके पर जसबीर सिंह पिदी, राजिंदर सिंह, राजिंदर कौर पुनिया, कुलदीप सिंह तरसेम सिंह, सहजप्रीत सिंह जानिया, बलविंदर सिंह, मक्खन सिंह, इकबाल सिंह, जगतार सिंह, शेर सिंह रामी, भरपूर सिंह राजेवाल, निरे्मल सिंह पुनिया तथा सुखजिंदर सिंह हेरा के अलावा अन्य किसान मौजद थे।
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