सफेद कुर्ता, नीली पगड़ी... जालंधर पहुंचे राधा स्वामी डेरे के उत्तराधिकारी जसदीप सिंह, संगत को ऐसे मिला दर्शन का मौका
राधा स्वामी डेरे के नए उत्तराधिकारी जसदीप सिंह गिल (Jasdeep Singh Gill) ने जालंधर के राधा स्वामी सत्संग भवन में संगत को दर्शन दिए। सेवादारों ने संगत को व्यवस्थित ढंग से सत्संग भवन में प्रवेश करवाया। जसदीप सिंह गिल ने गाड़ी से निकलकर सत्संग भवन के सभी ब्लॉकों में बैठी संगत को दर्शन दिए। जसदीप सिंह ने भी उनका अभिवादन किया।

जागरण संवाददाता, जालंधर। मंगलवार को दोपहर तीन बज रहे थे। जेल रोड स्थित राधा स्वामी सत्संग भवन के चारों तरफ बैरिकेड्स लगाकर सेवादार तैनात कर दिए गए। सेवादार संगत को व्यवस्थित ढंग से सत्संग भवन में प्रवेश करवा रहे थे। आधे घंटे में ही सत्संग भवन में बने चारों ब्लॉक संगत से भर गए।
इसके बाद भी संगत की आमद बरकरार थी। करीब 3.30 बजे जैसे ही डेरा राधा स्वामी सत्संग ब्यास के नए उत्तराधिकारी जसदीप सिंह गिल की गाड़ी ने सत्संग ने भवन में प्रवेश किया तो संगत का उत्साह बढ़ गया। यह उत्साह जसदीप सिंह गिल के दर्शनों का था। पुलिस सुरक्षा के बीच जसदीप सिंह गिल ने गाड़ी से निकलकर सत्संग भवन के सभी ब्लॉकों में बैठी संगत को दर्शन दिए।
संगत का हाथ जोड़कर किया अभिवादन
सफेद कुर्ता व नीले रंग की पगड़ी पहने जसदीप सिंह गिल दोनों हाथ जोड़कर संगत का अभिवादन करते रहे। इस दौरान जैसे ही जसदीप सिंह गिल संगत के बीच पहुंचे तो पूरा सत्संग भवन ‘दीन दयाल भरोसे तेरे’ भजन के साथ गूंज उठा।
संगत की भारी भीड़ के बावजूद सेवादारों द्वारा की गई व्यवस्था अनुशासन का प्रमाण दे रही थी। हालांकि, पार्किंग पूरी तरह से भर जाने के बाद डेरे के सामने वाली रोड पर वाहन पार्क करवाने की व्यवस्था की गई। हालांकि, उन्होंने सत्संग या प्रवचन नहीं दिए, सिर्फ संगत को दर्शन दिए। इस दौरान उनके साथ जोनल सेक्रेटरी सुनील तलवार भी मौजूद रहे।
भनक लगते ही पहुंचने लगे अनुयायी
हालांकि, सत्संग भवन की तरफ से जसदीप सिंह गिल के आने की आधिकारिक तौर पर घोषणा नहीं की गई थी। बावजूद इसके भनक लगते ही अनुयायी जेल रोड स्थित सत्संग भवन में पहुंचने शुरू हो गए।
देखते ही देखते भवन में बने सभी ब्लॉक संगत से भर गए। बता दें कि डेरा ब्यास के प्रमुख गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने जसदीप सिंह गिल को उत्तराधिकारी नियुक्त किया हुआ है।
1891 में हुई थी स्थापना, 90 से अधिक देशों में फैली संस्था
डेरा राधा स्वामी सत्संग ब्यास की स्थापना 1891 में की गई थी। इसका मुख्य मकसद समाज में धर्म तथा आध्यात्मिकता का संदेश पहुंचना था। इस समय यह संस्था विश्व के 90 देश में विस्तारित हो चुकी है। इसमें अमेरिका, स्पेन, जापान, न्यूजीलैंड व अफ्रीका सहित कई विकसित देश शामिल हैं।
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