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    जालंधर-अमृतसर हाईवे पर चौगिट्टी फ्लाईओवर बना 'मौत का जाल', गड्ढों की वजह से 10 दिन में दो मौतें

    Updated: Sat, 27 Sep 2025 07:30 PM (IST)

    जालंधर-अमृतसर हाईवे पर चौगिट्टी फ्लाईओवर की हालत खस्ता है जिससे यह दुर्घटनाओं का अड्डा बन गया है। टूटी सड़क और गड्ढों के कारण बीते 10 दिनों में दो बड़ी घटनाएं हुई हैं जिनमें दो लोगों की जान जा चुकी है। स्थानीय लोगों ने डिवाइडर तोड़कर शॉर्टकट बना लिए हैं जिससे खतरे और बढ़ गए हैं। प्रशासन से सड़क की मरम्मत और यातायात व्यवस्था सुधारने की मांग की गई है।

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    चौगिट्टी फ्लाईओवर पर दस दिन में दो हादसों में दो की मौत (फोटो: जागरण)

    जागरण संवाददाता, जालंधर। जालंधर-अमृतसर नेशनल हाईवे पर बने चौगिट्टी फ्लाईओवर का हाल इस समय बेहद खराब है। टूटी सड़क, जगह-जगह पड़े गड्ढे और बिखरी रेत बजरी लोगों की जान पर भारी पड़ रही है। इसी अव्यवस्था के चलते दर्दनाक हादसे सामने आ रहे हैं।

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    बीते शनिवार को सैनिक बिहार, खुसरोपुर जालंधर के रहने राकेश कुमार अपनी मोटरसाइकिल से पीएपी की तरफ से आ रहा था। जैसे ही वह चंडीगढ़ फ्लाईओवर के पास पहुंचा, अचानक सड़क पर असंतुलन के कारण वह गिर पड़ा। उसी दौरान पीछे से आ रहा एक कंटेनर उसकी मोटरसाइकिल से टकरा गया।

    राकेश सीधे कंटेनर के टायरों के नीचे आ गया और गंभीर रूप से घायल हो गया। यही स्थान पहले से ही दुर्घटनाओं के लिए बदनाम हो चुका है। लगभग 10 दिन पहले भी यहां एक बाइक सवार युवक की तेज रफ्तार ट्रक की चपेट में आने से मौके पर ही मौत हो गई थी। मात्र 10 दिनों में दो बड़ी घटनाओं ने इस हाईवे की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

    लोगों का कहना है कि चौगिट्टी फ्लाईओवर और इसके आस-पास का इलाका अब ब्लैक स्पाट बन चुका है। आए दिन यहां छोटे-बड़े हादसे होते रहते हैं। कभी कोई गड्ढे में गिरकर घायल हो जाता है तो कभी बजरी फिसलकर वाहन नियंत्रण खो बैठते हैं। लोगों के अनुसार हर रोज यहां कोई न कोई घायल होकर अस्पताल पहुंचता है।

    हादसों की एक बड़ी वजह यह भी है कि कुछ लोगों ने अपनी सुविधा के लिए सड़क के बीच बने डिवाइडर तोड़कर शार्टकट बना लिए हैं। यहां पर दो पहिया वाहन सवार निकलते हैं और इससे अचानक सामने से तेज रफ्तार वाहन आ जाता है और दुर्घटना होना तय हो जाता है। हाईवे पर तेज रफ्तार से दौड़ते ट्रक और कंटेनर ऐसी स्थिति में और भी खतरनाक साबित होते हैं।

    पीएपी की ओर से आने वाली फोर लेन सड़क यहां पर आकर अचानक संकरी हो जाती है। तेज रफ्तार से दौड़ते वाहन इस अचानक बदलाव से असंतुलित हो जाते हैं। कई वाहन चालक नियंत्रण खो बैठते हैं, जिससे गंभीर हादसे हो रहे हैं। लोगों ने प्रशासन से कई बार शिकायत की है कि इस जगह की सड़क तुरंत मरम्मत कराई जाए और तोड़े गए डिवाइडरों को ठीक किया जाए।

    साथ ही, बजरी को हटाकर सड़क को समतल किया जाए। लोगों का कहना है कि जब तक सड़क और यातायात व्यवस्था दुरुस्त नहीं होती, तब तक यहां पर हादसे होते रहेंगे और निर्दोष लोगों की जान जाती रहेगी।