Chaitra Navratra 2022: कल मां शैलपुत्री की आराधना के साथ नवरात्र आरंभ, हिंदू नववर्ष भी होगा शुरू
Chaitra Navratra 2022 इस बार नवरात्र में पूरे नौ दिन दुर्गा मां के पावन स्वरूपों की पूजा-अर्चना होगी। यानी नौ दिन में नौ देवियों की पूजा की जाएगी। नवरात्र के दौरान सर्वार्थ सिद्धि संयोग से नौ दिनों के दौरान शुभ कार्य भी किए जा सकते हैं।

जागरण संवाददाता, जालंधर। हिंदू नववर्ष के साथ शनिवार को चैत्र के नवरात्र का आगाज मां शैलपुत्री की आराधना के साथ हो जाएगा। इसे लेकर मां भक्तों में भारी उत्साह है। कोरोना का साया खत्म होने के बाद मनाए जा रहे नवरात्रों को लेकर एक दिन पहले देर रात तक खरीदारी का दौर चला। इस क्रम में मां भक्तों ने फल, फूल, पूजा सामग्री पवित्र प्रतिमाएं देवी देवताओं के शृंगार का सामान सहित तमाम तरह की खरीदारी की।
श्री मेला राम मंदिर के प्रमुख पुजारी पंडित भोलानाथ द्विवेदी के मुताबिक इस बार नवरात्र में पूरे नौ दिन दुर्गा मां के पावन स्वरूपों की पूजा-अर्चना होगी। इससे पूर्व कई बार नवरात्र के दिनों में एक दिन शुभ ना होने के चलते आठ दिनों में नौ देवियों की पूजा की जाती है। जिसमें एक दिन में दुर्गा मां के दो स्वरूपों की आराधना करना विवशता होता है। जबकि इस बार ऐसा नहीं है। इसके अलावा नवरात्र के दौरान सर्वार्थ सिद्धि संयोग से नौ दिनों के दौरान शुभ कार्य भी किए जा सकते हैं।
नवरात्रों को लेकर शहर के मंदिरों में भी व्यापक स्तर पर तैयारियां की गई हैं। इस क्रम में जहां प्राचीन शिव मंदिर गुड़ मंडी तथा मां छिन्नमस्तिका धाम मास्टर तारा सिंह नगर में रोजाना दुर्गा मां की पवन ज्योति प्रज्वलित करके सामूहिक रूप से मां दुर्गा स्तुति का उच्चारण किया जाएगा। वहीं सिद्ध शक्तिपीठ मां त्रिपुरमालिनी धाम श्री देवी तालाब मंदिर में रोजाना भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा। इसी तरह श्री गीता मंदिर अर्बन एस्टेट फेस वन में होने वाली भजन संध्या के उपरांत नवरात्र के व्रत में खाए जाते व्यंजनों का लंगर लगाया जाएगा।
दिन भर चला खरीदारी कर दौर
नवरात्रों को लेकर शहर में दिन भर खरीदारी का दौर चलता रहा। दिन ढलने के बाद सूने हो जाने वाले बाजारों में भी तिल रखने की जगह नहीं बची। खासकर भैरों बाजार, कलां बाजार, जग्गू चौक व सराफा बाजार सहित अधिकतर इलाकों में लोगों ने पूजा सामग्री, शृंगार, मां की प्रतिमाओं के सामान के अलावा खेत्री की बिजाई करने के समान की खरीदारी की। पूजा सामग्री विक्रेता रिशु शर्मा बताते हैं कि नवरात्र से एक दिन पहले ग्राहकों की दिन भर भारी भीड़ रही है। कोरोना का साया खत्म होने के बाद पहली बार खरीददारी को लेकर लोगों में उत्साह रहा है।
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शुभ मुहूर्त में करें घट स्थापना
प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य श्रीराम शर्मा बताते हैं कि नवरात्र के दौरान शुभ मुहूर्त में घट स्थापना करना चाहिए। उन्होंने कहा कि शनिवार को सुबह 6.10 से लेकर 8.29 बजे तक घट स्थापना किया जा सकता है। इस दरम्यान विधिवत रूप से घट स्थापना कर नवरात्र पूजन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि घट स्थापना तथा खेत्री की बिजाई करने से पहले मां दुर्गा की प्रतिमा का स्वच्छ श्रृंगार तथा नई पोषाक पहनानी चाहिए। व्रत रखने वाले श्रद्धालुओं को दो पहर की पूजा आवश्य करनी चाहिए।
नवरात्र 2022 - 1 अप्रैल को मां शैलपुत्री की पूजा के साथ होगा आगाज
दो अप्रैल : मां शैलपुत्री की पूजा व घट स्थापना
तीन अप्रैल : मां ब्रह्मचारिणी पूजा
चार अप्रैल : मां चंद्रघंटा पूजा
पांच अप्रैल : मां कुष्मांडा पूजा
छह अप्रैल : मां स्कंदमाता पूजा
सात अप्रैल : मां कात्यायनी पूजी
आठ अप्रैल : मां कालरात्री पूजा
नौ अप्रैल : मां महागौरी पूजा
दस अप्रैल : मां सिद्धदात्री पूजा व श्री रामनवमी
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