जिलेभर में 60.25 एमएम बारिश, कहीं गिरी बिजली तो कहीं उखड़े पेड़
एक सप्ताह से पड़ रही उमस भरी गर्मी से त्राहि-त्राहि कर रहे लोगों को जहां मंगलवार से शुरू बरसात ने निजात दिलाई वहीं बुधवार सुबह भी मूसलाधार बारिश होती रही। इससे मौसम में ठंडक आ गई।
जागरण टीम, होशियारपुर : एक सप्ताह से पड़ रही उमस भरी गर्मी से त्राहि-त्राहि कर रहे लोगों को जहां मंगलवार से शुरू बरसात ने निजात दिलाई, वहीं बुधवार सुबह भी मूसलाधार बारिश होती रही। इससे मौसम में ठंडक आ गई। दूसरी तरफ, शहर के तंग इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई। इसमें निगम के पानी निकासी का दावा ही डूब गया। इसके कारण लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी।
होशियारपुर के साथ-साथ अन्य कस्बों में भी जमकर बरसात हुई। कई जगहों पर यातायात बाधित हुआ और कई स्थानों पर पेड़ उखड़ने के कारण नुकसान हुआ। जिले में कुल 60.25 एमएम बारिश रिकार्ड की गई है। इसमें से दसूहा में सबसे अधिक 79 एमएम, होशियारपुर में 69 एमएम, गढ़शंकर में 23 व मुकेरियां में 70 एमएम बारिश हुई। मौसम विभाग व कृषि विशेषज्ञों की मानें तो बारिश लगातार धीमी गति में रही है जो भूजल स्तर के लिए काफी लाभदायक मानी जाती है क्योंकि इससे नमी लंबे समय तक रहती है और फसलों की पैदावार अच्छी होती है। यूं कहें कि फसलों को लंबे समय तक सिचाई की जरूरत नहीं होती। यहां पर जिला प्रशासन पानी पानी
हर साल मानसून सीजन से पहले जोर-शोर से नगर निगम की ओर से पानी की निकासी के लिए पुख्ता प्रबंध करने की बातें की जाती हैं, लेकिन एक बार फिर बारिश में यह धुल गई। रात भर हुई बारिश के कारण पूरा इलाका जलमग्न हो गया। शहर का कोई भी स्थाना ऐसा नहीं था जहां पानी जमा न हुआ हो। चंडीगढ़ रोड, सुंदर नगर, घंटाघर, रेलवे रोड, मोहल्ला प्रेमगढ़, बस्सी ख्वाजू में पानी भर गया। सबसे बुरे हाल मिनी सचिवालय के सामने देखे गए। कहने को तो यह जिला का मुख्य दफ्तर है और आला अधिकारी यहां आते हैं लेकिन यहां भी बाहर सड़क पर पानी भर गया। मिनी सचिवालय से लेकर चंडीगढ़ रोड पर पड़ती चो तक नाले बनाने का प्रोजेक्ट तैयार किया था ताकि इलाके में पानी की निकासी की समस्या दूर हो सके परंतु काम अधर में है। इसके कारण पूरा दिन लोग जलभराव के कारण दो चार होते रहे। नीलकंठ मोहल्ला में गिरी बिजली, घरों का नुकसान
बरसात के दौरान मोहल्ला नीलकंठ में एक घर पर बिजली गिरने से दो से तीन घरों का काफी नुकसान हो गया। दीवारों में दरारें आ गईं। गनीमत रही कि कोई हताहत नहीं हुआ। वहीं मोहल्ले को बिजली सप्लाई देने वाला ट्रांसफार्मर भी जल गया लेकिन जानी नुकसान नहीं हुआ। ट्रांसफार्मर जलने से बुधवार देर शाम तक बिजली सप्लाई चालू नहीं हो पाई थी। मोहल्ले के नीरज शर्मा व सुरजीत कुमार ने बताया कि बिजली गिरने से उनके अलावा और अन्य घरों में थोड़ी दरारें आई हैं। बिजली के उपकरणों को नुकसान के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि जब तक बिजली सप्लाई बहाल नहीं हो पाती तब तक कुछ पता नहीं चल पाएगा। बिजली विभाग के कर्मचारी ट्रांसफार्मर को बदलने की कवायद में जुटे हुए हैं। गढ़शंकर में थाने के पास पेड़ उखड़े, कारों को नुकसान
बरसात के कारण गढ़शंकर पुलिस थाने के बाहर करीब 70 वर्ष पुराना पीपल का वृक्ष दोफाड़ होकर गिर गया। इसके कारण नीचे खड़ी दो कारों को नुकसान पहुंचा। जबकि इनमें से आल्टो कार पूरी तरह से चकनाचूर हो गई। पुलिस वेरिफिकेशन करवाने आए गौरव शर्मा पुत्र योगेश शर्मा वार्ड दो गढ़शंकर व भूपेंद्र सिंह पुत्र सतनाम सिंह निवासी अलावलपुर ने आल्टो कार वृक्ष के नीचे खड़ी की थी और वृक्ष नीचे गिरने से दोनों कारो को नुकसान पहुंचा है। तलवाड़ा में भी पेड़ गिरे, ब्लैक आउट
इलाके में जहां बारिश से मौसम में ठंड आ गई वहीं लोगों के लिए परेशानी भी बढ़ा दी। जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। कई जगहों पर बिजली की तारों पर पेड़ गिर गए। इस कारण कंडी क्षेत्र के कुछ शहरी व नीम अर्धपहाड़ी संथवा, रौली, आदमपुर मोटिया, गगवाल चक्क शंगारू, चक्क पंडायण, चक्क मीरपुर, चंगडवा आदि गांवों में ब्लैक आउट हो गया। रात्रि 11 बजे से दोपहर साढ़े बारह बजे तक कुछ इलाको में बिजली की सप्लाई बाधित रही। एसडीओ पीएसपीसीएल तलवाड़ा जतिंदर पाल शर्मा ने बताया कि मंगलवार देर रात्रि से ही पावरकाम का सारा स्टाफ भारी बारिश में भी प्रभावित बिजली लाइनों को दुरुस्त करने के लिए जुटा हुआ है।