Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Gurdaspur News: रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर 8.50 लाख रुपए की ठगी, एक गिरफ्तार

    गुरदासपुर के थाना कलानौर में रेलवे विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर 8.50 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। आरोपी ने एक एजेंट में जरिए इस ठगी की घटना को अंजाम दिया। वहीं आरोपियों ने युवक को ट्रेनिंग के नाम पर कई जगह भेजा बाद में उसे जाली नियुक्ति पत्र थमा दिया। हालांकि पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

    By Jagran NewsEdited By: Deepak SaxenaUpdated: Sun, 10 Sep 2023 10:45 AM (IST)
    Hero Image
    रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर 8.50 लाख रुपए की ठगी (कॉन्सेप्ट इमेज)।

    गुरदासपुर, जागरण संवाददाता: थाना कलानौर में रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर 8.50 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। आरोपी ने फर्जी नियुक्ति पत्र देकर ठगी की इस घटना को अंजाम दिया। इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    फतेहपुर राजपुरा निवासी सम्राट सिंह पुत्र दिलबाग सिंह ने बताया कि उसके पिता सब्जी बेचकर घर का गुजारा चलाते हैं।इस दौरान आरोपित जोगिंदर सिंह निवासी निजामपुर ने उससे कहा कि उसके पास एक एजेंट है, जो उसे नौकरी दिला सकता है। वह उसकी बातों के झांसे में आकर एजेंट से मिलने के लिए तैयार हो गया। आरोपित ने उसे एजेंट हरजिंदर सिंह निवासी कलानौर के साथ मिला दिया। एजेंट ने उससे नौकरी दिलाने के लिए 6.50 लाख रुपए की मांग की। आरोपित ने उसे झांसा दिया कि छह महीने में नौकरी लग जाएगी।

    टीसी में भर्ती कराने के नाम पर और 2 लाख ठगे

    उसने इधर-उधर से पैसे का इंतजाम कर आरोपितों को दे दिए। इस दौरान कहा गया कि उसे सुपरवाइजर भर्ती कराया जाना है। अगर वह दो लाख रुपए का इंतजाम और कर ले तो उसे रेलवे में टीसी भर्ती करा दिया जाएगा। इसके बाद उसने दो लाख रुपए और दे दिए। फिर उसे डाक के माध्यम से फर्जी पत्र भेजे जाने लगे। सितंबर 2019 में उसे ट्रेनिंग के लिए वाराणसी जाने को कहा गया। हालांकि, इस दौरान उसे पीजी में ठहरने को मना लिया गया। काफी समय तक ट्रेनिंग शुरू न होने पर आरोपित उसे झांसा देते रहे कि जल्द ही ट्रेनिंग सेशन शुरू होने वाला है।

    युवक को थमा दिया फर्जी नियुक्ति पत्र

    तीन माह बाद उसे धनबाद बिहार भेज दिया गया। वहां दो माह रखने के बाद कोरोना के कारण उसे वापस बुला लिया गया। कोविड खत्म होने के बाद उसे फर्जी नियुक्ति पत्र देकर कोलकाता भेज दिया गया। वहां उसे रेलवे विभाग पहुंचने पर पता चला कि उसका नियुक्ति पत्र फर्जी है। बाद में आरोपित नौकरी दिलाने से टालमटोल करने लगे। पुलिस ने आरोपित हरजिंदर सिंह निवासी कलानौर और जोगिंदर सिंह निवासी निजामपुर के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया था। इनमें से जोगिंदर सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिसे अदालत में पेश कर रिमांड पर लेने का प्रयास किया जा रहा है।

    ये भी पढ़ें: Punjab Top 5 News: G20 Summit को लेकर पंजाब में रेड अलर्ट, बटाला में पुलिस और गैंगस्टरों के बीच मुठभेड़