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    बख्शीवाल चौकी पर हमले के 48 घंटे बाद भी क्यों नहीं दर्ज हुआ केस? 'खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स' ने ली थी जिम्मेदारी

    Updated: Fri, 20 Dec 2024 06:36 PM (IST)

    पिछले आठ दिनों में गुरदासपुर पुलिस को दो बार निशाना बनाया जा चुका है। थाना घनिए के बांगर और थाना कलानौर के तहत आती पुलिस चौकी बख्शीवाल में ग्रेनेड धमा ...और पढ़ें

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    बख्शीवाल चौकी पर हमले के 48 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली है।

    संवाद सहयोगी, कलानौर। जिला गुरदासपुर में आठ दिन में पुलिस को दो बार निशाना बनाया जा चुका है। पहले 11 दिसंबर को थाना घनिए के बांगर और 18 दिसंबर की रात को थाना कलानौर के तहत आती पुलिस चौकी बख्शीवाल में ग्रेनेड धमाके का मामला सामने आ चुका है।

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    थाना घनिए के बांगर में ग्रेनेड हमले के मामले को लेकर पुलिस फिलहाल किसी आरोपित की पहचान नहीं कर पाई है।

    बख्शीवाल चौकी पर हमले के बाद अब तक नहीं दर्ज हुआ केस

    वहीं, चौकी बख्शीवाल पर हमले के 48 घंटे बीतने के बाद अभी तक किसी के खिलाफ मामला तक दर्ज नहीं किया गया है। हालांकि, 'खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स' ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर इस हमले की जिम्मेदारी ली थी।

    पुलिस फिलहाल मामले की जांच चलने की बात कर रही है। हैरानी की बात तो यह है कि जिला पुलिस द्वारा पुलिस मुलाजिमों की कमी के चलते सीमावर्ती इलाके की दो पुलिस चौकियां बंद कर दी गई हैं।

    गौरतलब है कि चौकी बख्शीवाल को 20 दिन पहले ही बंद किया जा चुका था। हालांकि, धमाके के बाद माना जा रहा है कि ग्रेनेड फेंकने वालों को शायद इस बात का पता नहीं था कि चौकी बंद की जा चुकी है।

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    हमले की जांच में जुटी पुलिस 

    चौकी में पुलिस मामलों के दौरान पकड़े गए वाहन खड़े रहते हैं। इन्हीं में से एक छोटे हाथी (ऑटो) में ग्रेनेड गिरने की बात सामने आई है, जो वहीं पर फट गया।

    पुलिस द्वारा यह पता लगाने के लिए कि धमाका किस विस्फोटक से किया गया है, इसकी जानकारी जुटाने के लिए ऑटो को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है। वहीं, एसएसपी दयामा हरीश कुमार शुक्रवार को दिनभर पुलिस अधिकारियों के साथ बैठकें करते रहे। इस दौरान थानों की सुरक्षा को लेकर रीव्यू भी किया जा रहा है।

    हमले के बाद सोशल मीडिया पर लिखा ऐसा पोस्ट

    ज्ञात रहे कि धमाके की जिम्मेदारी लेते हुए सोशल मीडिया पर डाली गई पोस्ट में फतेह सिंह बागी ने लिखा था कि जत्थेदार भाई रणजीत सिंह जम्मू और भाई जसविंदर सिंह बागी के नेतृत्व में इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया है।

    पंजाब के युवाओं को शिकार बनाने वाले पुलिस अधिकारी व यूपी बिहार से भर्ती अधिकारी सिखों के बारे में जो गलत बयानबाजी कर रहे हैं, उसका जवाब मिलता रहेगा। पंजाब को बर्बाद करने के प्रयासों को सफल नहीं होने दिया जाएगा।

    सीमावर्ती इलाके की दो चौकियां बंद

    पता चला है कि सीमावर्ती इलाके की दो पुलिस चौकियां वडाला बांगर और बख्शीवाल को बंद किया जा चुका है। ज्ञात रहे कि बब्बर खालसा इंटरनेशनल की ओर से पुलिस थानों को निशाना बनाने की धमकी के बाद जहां सुरक्षा कड़ी की गई है, वहीं चौकियां बंद होने से लोगों में भय का माहौल है।

    उधर, मामले को लेकर डीएसपी गुरविंदर सिंह का कहना है कि पुलिस विभिन्न पहलुओं से मामले की जांच कर रही है। इसे लेकर विभिन्न टीमों का गठन किया गया है। जल्द ही इस मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।

    चौकी वडाला बांगर और बख्शीवाल को बंद करने के बारे में उन्होंने कहा कि मुलाजिमों की कमी होने के कारण इन्हें बंद किया गया है। यह मामला उच्चाधिकारियों के ध्यान में ला दिया गया है। चौकी बख्शीवाल पर हमले की जांच चल रही है, जिसके चलते फिलहाल मामला दर्ज नहीं किया गया है।

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