जसदीप गिल के नाना का निधन, 101 साल में ली आखिरी सांस; अंतिम संस्कार में शामिल हुए डेरा ब्यास के उत्तराधिकारी
डेरा ब्यास के उत्तराधिकारी जसदीप सिंह गिल के नाना का निधन हो गया है। उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए डेरा प्रमुख जसदीप गिल गुरुवार को हेलीकॉप्टर से गुरदासपुर पहुंचे। उनके आने की सूचना पहले से ही मिलने के कारण हजारों की संख्या में श्रद्धालु वहां पहुंच चुके थे। हेलीकॉप्टर से उतरने के बाद वे कार से श्मशान घाट पहुंचे।
जागरण संवाददाता, गुरदासपुर। डेरा ब्यास के उत्तराधिकारी जसदीप सिंह गिल के गुरदासपुर निवासी नाना का वीरवार को निधन होने के बाद अंतिम संस्कार किया गया। जिसमें उनके पहुंचने पर डेरा ब्यास से संबंधित संगत दर्शनों के लिए भारी संख्या में गुरदासपुर-अमृतसर बाईपास पर स्थित डेरा के सत्संग पहुंच गई।
बता दें कि डेरा ब्यास के उत्तराधिकारी जसदीप सिंह गिल का ननिहाल गुरदासपुर में है। पहले वह गुरदासपुर के गांव नवां पिंड बाहियां में रहते थे, लेकिन अब पिछले 10-15 साल से गुरदासपुर के जेल रोड पर शिफ्ट हो चुके हैं। उनके नाना बलबीर सिंह जो कि 101 साल के थे, उनका बुधवार रात को निधन हो गया था। वीरवार को अपने नाना के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए हेलीकॉप्टर के माध्यम से गुरदासपुर पहुंचे।
हजारों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालु
उनका हेलीकाप्टर गुरदासपुर अमृतसर बाईपास पर स्थित डेरा ब्यास सत्संग घर में उतरा। जहां पर उनके आने की सूचना पहले से ही मिलने के कारण हजारों की संख्या में श्रद्धालु वहां पहुंच चुके थे। वहां पर संगत को दर्शन देने के बाद गाड़ी में सवार होकर बटाला रोड पर स्थित श्मशान घाट में संस्कार में पहुंचे। नाना के निधन से जसदीप गिल को काफी दुख पहुंचा है।
सितंबर 2024 में बने थे डेरा ब्यास के प्रमुख
बता दें कि पिछले साल सितंबर में जसदीप सिंह गिल डेरा राधा स्वामी सत्संग ब्यास के प्रमुख बने थे। गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने अपनी बुआ के 45 वर्षीय बेटे जसदीप सिंह गिल को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था। जसदीप सिंह गिल डेरा राधा स्वामी सत्संग ब्यास के छठे डेरा प्रमुख बने थे। जसदीप सिंह गिल के पहले डेरा राधा स्वामी सत्संग ब्यास के पांच प्रमुख रह चुके हैं।
पेशे से डॉक्टर है जसदीप गिल की पत्नी
जसदीप सिंह गिल केमिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी की है। कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय, यूनाइटेड किंगडम से केमिकल इंजीनियरिंग में मास्टर और आईआईटी दिल्ली से बायोकेमिकल इंजीनियरिंग और बायोटेक्नोलॉजी में स्नातक की उपाधि प्राप्त की है। जसदीप सिंग गिल की पत्नी पेशे से डॉक्टर हैं।
रेनबैक्सी में रह चुके हैं सीईओ के कार्यकारी सहायक
वह 2024 तक वेल्थी थेरेप्यूटिक्स के सदस्य रह चुके हैं। साथ ही उन्होंने रेनबैक्सी में सीईओ के कार्यकारी सहायक भी रहे हैं। वह कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के एंटरप्रेन्योर्स में अध्यक्ष के रूप में काम कर चुके हैं।
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