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    भाई के पास जाने के लिए सिर पर कफन बांध अमेरिका गया गुरपाल, पहुंचते ही हुआ गिरफ्तार; 45 लाख किए थे खर्च

    Updated: Sat, 15 Feb 2025 07:56 PM (IST)

    अमेरिका से डिपोर्ट होकर आने वालों में गुरदासपुर के तीन लोग शामिल हैं। इनमें भैणी काणेयां गांव के नरोत्तम सिंह राजूबेला गांव के गुरपाल सिंह और थेह गुला ...और पढ़ें

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    सिर पर कफन बांध डंकी रूट से अमेरिका गया गुरपाल, घर में लटका ताला।

    जागरण संवाददाता, गुरदासपुर। अमेरिका से डिपोर्ट होकर पहुंचने वालों में थाना भैणी मियां खां के तहत आते गांव भैणी काणेयां निवासी नरोत्तम सिंह, गांव राजूबेला निवासी गुरपाल सिंह और थाना धारीवाल के तहत आते गांव थेह गुलाम नबी का रविंदर सिंह भी शामिल हैं। गांव राजूबेला का गुरपाल सिंह कुछ समय पहले ही अमेरिका गया था, वहां पहुंचते ही उसे बॉर्डर पेट्रोल पुलिस ने पकड़ लिया।

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    गांव के पूर्व सरपंच भगवंत सिंह ने बताया कि गुरपाल की दो बहनों की शादी हो चुकी है। उसके माता-पिता की कुछ समय पहले मौत हो गई थी। उसका छोटा भाई दो साल पहले अमेरिका गया था और वहीं रह रहा है।

    गुरपाल इंजीनियरिंग करने के बाद होशियारपुर की कंपनी में काम कर रहा था। दो माह पहले वह 45 लाख रुपये खर्च कर अमेरिका गया था, लेकिन वहां जाते ही पकड़ा गया। इस समय गांव के उसके घर में कोई नहीं रहता है।

    डिपोर्ट की खबर सुन घर में पसरा सन्नाटा

    उधर, धारीवाल के गांव थेह गुलाम नबी के रविंदर सिंह के घर पर भी ताला लटका हुआ है। आस-पास के लोगों के अनुसार, रविंदर के परिवार का गांव में किसी से जमीन को लेकर झगड़ा हो गया था। उसके बाद से परिवार यहां से चला गया। किसी को इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि इस समय उसका परिवार कहां रह रहा है।

    वहीं गांव भैणी काणेयां निवासी नरोत्तम सिंह के परिवार ने इसे लेकर कोई भी बात करने से साफ इंकार कर दिया। उनका कहना है कि यही गनीमत है कि उनका बेटा सकुशल घर लौट रहा है। वह इसे लेकर किसी के साथ कोई भी बात नहीं करना चाहते।

    डोनाल्ड ट्रंप के सामने पीएम मोदी को उठाना चाहिए मामला

    इस बीच सीएम भगवंत मान श्री गुरु रामदास अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को यह मुद्दा अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के सामने रखना चाहिए था कि इन लोगों को जंजीरों में जकड़कर भारत क्यों भेजा गया।

    ये लोग हमारे लिए अपराधी नहीं हैं। मिडिल क्लास लोग हैं। हम उन्हें सम्मान से यहां रखेंगे। मान ने कहा कि अमृतसर जैसे सीमावर्ती जिले में अमेरिका का सैन्य विमान उतारना देश के लिए खतरा है। पवित्र शहर को डिपोर्ट सेंटर न बनाया जाए।

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