कीटनाशक का छिड़काव करते समय सावधानी बरतें किसान : डॉ. बाठ
ंवाद सहयोगी, गुरदासपुर किसी भी कीटनाशक का छिड़काव करते समय किसान विशेष सावधानी बरतें क्योंकि कई बार
ंवाद सहयोगी, गुरदासपुर
किसी भी कीटनाशक का छिड़काव करते समय किसान विशेष सावधानी बरतें क्योंकि कई बार लापरवाही मौत का कारण बन सकती है। यह बात कृषि विभाग के जिला सिखलाई अफसर डॉ. देस राज बाठ ने स्थानीय दाना मंडी में स्थित किसान सिखलाई केंद्र में पत्रकारों से बातचीत में कही।
इस मौके उनके साथ फार्म प्रबंध माहिर डॉ. गुरदेव सिंह, प्रशिक्षण अफसर डॉ. हंस राज तथा कृषि विकास अधिकारी डा अमरीक सिंह भी मौजूद थे। डा बाठ ने कहा कि नदीननाशक का असर उसकी गुणवत्ता तथा उसके प्रयोग करने के ढंग तरीकों पर निर्भर करता है। बहुत से किसान नदीननाशक का छिड़काव सही तरीके से नही करते जिस कारण नदीनों की सही ढंग से रोकथाम नही होती तथा किसान को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि हमेशा कृषि विभाग, पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी की ओर से मंजूरशुदा नदीननाशक ही खरीदने चाहिए तथा किसी भी दुकानदार की मर्जी अनुसार नदीननाशक न खरीदो। उन्होंने कहा कि नदीननाशक खरीदने के मौके दुकानदार से बिल जरूर लें। यदि कोई दुकानदार बिल देने से इंकार करता है तो उसकी लिखित शिकायत जिले के मुख्य कृषि अधिकारी को दें।
छिड़काव करते समय यह बरतें सावधानी
नदीननाशकों का चुनाव खेत में उगे नदीनों की किस्म के आधार पर करें। कभी भी खाली पेट छिड़काव न करे तथा छिड़काव करने के बाद कपड़े उतार देने चाहिएं व अच्छी तरह साबुन लगाकर स्नान करना चाहिए। छिड़काव करते समय कुछ भी नहीं खाएं, हवा के रुख के उलट छिड़काव नही करें। हमेशा हवा के 90 डिग्री कोण पर छिड़काव करो। छिड़काव करने से पहले व बाद में स्प्रे पंप को सर्फ के पानी से अच्छी तरह धोना चाहिए। डॉ. अमरीक सिंह ने कहा कि छिड़काव करते समय दस्ताने, मास्क, पूरी बाजू की कमीज व पायजामा, पैंट पहन कर रखें। नोजल की ऊंचाई करीब डेढ़ फुट रखें व इधर उधर न घुमाएं। नदीननाशकों का छिड़काव नोजल को इधर उधर घुमाकर करने से करीब तीसरा हिस्सा खेत बिना दवा के छिड़काव के रह जाता है तथा इस हिस्से में नदीन नही मरते जोकि फसल का झाड़ घटाने के अलावा लाखों की संख्या में बीज पैदा करते हैं जोकि आने वाले सालों में बड़ी समस्या का कारण बनते है।
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