Move to Jagran APP

PM मोदी ने दी पंजाब को दो बड़ी सौगातें, फिरोजपुर PGI सैटेलाइट सेंटर की रखी आधारशिला; संगरूर को भी मिला ये तोहफा

Ferozepur and Sangroor Satellite Centres प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंजाब को आज दो बड़ी सौगातें दी हैं। पीएम वर्चुअल माध्‍यम से संगरूर में पीजीआईएमईआर के 300 बिस्तरों वाले सैटेलाइट सेंटर को राष्ट्र को समर्पित किया और फिरोजपुर में पीजीआईएमईआर के 100 बिस्तरों वाले सैटेलाइट सेंटर की आधारशिला रखी। इससे स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता में असंतुलन को ठीक करने में मदद मिलेगी।

By Jagran News Edited By: Himani Sharma Published: Sun, 25 Feb 2024 03:41 PM (IST)Updated: Sun, 25 Feb 2024 06:17 PM (IST)
फिरोजपुर PGI सैटेलाइट सेंटर की रखी आधारशिला (फाइल फोटो)

जागरण संवाददाता, संगरूर/फिरोजपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पंजाब को दो बड़ी सौगातें दी हैं। पीएम राजकोट, गुजरात से वर्चुअल माध्‍यम से संगरूर में पीजीआई के 300 बिस्तरों वाले सैटेलाइट सेंटर को राष्ट्र को समर्पित किया। साथ ही फिरोजपुर में पीजीआईएमईआर के 100 बिस्तरों वाले सैटेलाइट सेंटर की आधारशिला रखी।

loksabha election banner

स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता में असंतुलन ठीक करने में मिलेगी मदद

पंजाब राज्य के संगरूर और फिरोजपुर में पीजीआईएमईआर के इन सैटेलाइट केंद्रों की स्थापना से पंजाब और आसपास के राज्यों के लोगों के लिए व्यापक, सस्ती, गुणवत्ता और समग्र तृतीयक देखभाल स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता में असंतुलन को ठीक करने में मदद मिलेगी। ये सैटेलाइट केंद्र सामुदायिक आउटरीच गतिविधियों के माध्यम से और डिजिटल स्वास्थ्य देखभाल बुनियादी ढांचे का लाभ उठाकर दूर-दराज के क्षेत्रों में वंचित आबादी तक भी पहुंचेंगे।

अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित

पंजाब के संगरूर में पीजीआईएमईआर का सैटेलाइट सेंटर, 449 करोड़ रुपये की परियोजना लागत से निर्मित है। साथ ही 25 एकड़ भूमि में फैला हुआ है, जो आबादी की स्वास्थ्य देखभाल आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। 300 बिस्तरों की क्षमता के साथ, सैटेलाइट सेंटर का लक्ष्य मुख्य पीजीआई संस्थान पर बोझ को कम करना और रोगियों के लिए गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा देखभाल तक पहुंच बढ़ाना है।

यह भी पढ़ें: पंजाब पुलिस की बड़ी कार्रवाई, लांडा गैंग के अंतर्राज्यीय नेटवर्क का भंडाफोड़; हथियारों सहित तीन आरोपित गिरफ्तार

इसकी प्रमुख विशेषताओं में 300 बिस्तर, पांच बड़े और दो छोटे ऑपरेशन थिएटर, गहन देखभाल इकाइयां (आईसीयू) वार्ड, आपातकालीन सेवाएं, इन-पेशेंट विभाग (आईपीडी) सेवाएं, टेलीमेडिसिन केंद्र और नवीनतम प्रौद्योगिकियों का लाभ उठाते हुए कई अन्य अत्याधुनिक सुविधाएं शामिल हैं। इस अस्पताल की आधारशिला 2013 में रखी गई थी और इसका निर्माण दो चरणों में पूरा हुआ। जो स्वास्थ्य देखभाल के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए भारत सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

सैटेलाइट सेंटर ने पहले भी डाला है महत्‍वपूर्ण प्रभाव

अपने सॉफ्ट लॉन्च के बाद से पंजाब के संगरूर में पीजीआईएमईआर के सैटेलाइट सेंटर ने पहले ही एक महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है। दिसंबर 2023 तक 3,61,127 से अधिक मरीज विभिन्न विशिष्टताओं में आउट पेशेंट विभाग (ओपीडी) सेवाओं का लाभ उठा रहे हैं और इसके अलावा, कुल 269 प्रमुख और छोटी-मोटी सर्जरी सफलतापूर्वक की गईं।

सैटेलाइट सेंटर की नैदानिक क्षमताओं पर प्रकाश डालते हुए, यह उल्लेखनीय है कि अकेले वर्ष 2023 में 19,297 परीक्षण किए गए, जो व्यापक चिकित्सा देखभाल प्रदान करने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करता है। इसके अलावा, रेडियोलॉजी विभाग ने 12,574 एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड किए हैं, जिससे समग्र स्वास्थ्य देखभाल समाधान प्रदान करने की केंद्र की प्रतिबद्धता और बढ़ गई है।

फिरोजपुर में 100 बिस्‍तरों वाले सैटेलाइट सेंटर की रखेंगे आधारशिला

वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री कार्यक्रम के दौरान पंजाब के फिरोजपुर में पीजीआईएमईआर के 100 बिस्तरों वाले सैटेलाइट सेंटर की आधारशिला भी रखेंगे। 490.54 करोड़ रूपये के बजट के साथ, पंजाब के फिरोजपुर में पीजीआईएमईआर के सैटेलाइट सेंटर में 100 इनडोर बेड रखने की योजना है।

इसमें 30 गहन देखभाल और उच्च निर्भरता बिस्तर शामिल हैं। इसमें 10 क्लिनिकल स्पेशलिटी विभाग और पांच अन्य सहायक विभाग रखने की योजना है। इसमें छोटे और बड़े ऑपरेशन थिएटर भी होंगे। इमारत का निर्माण नवीनतम तकनीकों का उपयोग करके किया जाएगा और इसे प्लैटिनम-रेटेड हरित अस्पताल बनाने का प्रस्ताव है।

यह भी पढ़ें: Amritsar News: खुशखबरी! इंडिगो ने फिर शुरू की लखनऊ-अमृतसर-श्रीनगर की सीधी उड़ान, यहां देखें फ्लाइट का शेड्यूल

क्षेत्र में उत्कृष्टता के केंद्र के रूप में पीजीआईएमईआर की प्रमुखता को देखते हुए, संस्थान में मरीजों का बोझ पिछले दशकों में वर्तमान स्तर तक लगातार बढ़ रहा है। इससे निपटने के लिए आपातकालीन और नियमित सेवाओं पर अत्यधिक बोझ है।

परिवारों को मिलेगी बेहतर सेवा

दूसरा, पीजीआईएमईआर में सेवाओं का लाभ उठाने के लिए परिवारों को लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। इस प्रकार, यह जरूरी हो गया है कि जनता के लिए सेवा के नए आउटरीच मॉडल की खोज की जाए और पंजाब राज्य में संगरूर और फिरोजपुर के पीजीआई सैटेलाइट केंद्र महत्वपूर्ण मील के पत्थर हैं और अपने नागरिकों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अटूट समर्पण को रेखांकित करता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.