फतेहगढ़ साहिब: शहीदी दिनों में पंजाब में लागू होनी चाहिए शराबबंदी, स्पीकर कुलतार सिंह संधवा ने जताई सहमति
पंजाब विधानसभा स्पीकर कुलतार सिंह संधवा ने शहीदी सभा के दौरान शराबबंदी के मुद्दे पर सहमति जताई है। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह ...और पढ़ें

शहीदी दिनों में पंजाब में लागू होनी चाहिए शराबबंदी। फोटो जागरण
जागरण संवाददाता, फतेहगढ़ साहिब। शहीदी सभा के अंतिम दिन नतमस्तक होने पहुंचे विधान सभा स्पीकर कुलतार सिंह संधवा ने शहीदी सभा के दौरान पंजाब में शराबबंदी के मुद्दे पर सहमति जताई। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज्ज ने शनिवार को शहीदी सभा के समापन पर कौम के नाम संदेश जारी करते हुए यह मुद्दा उठाया था।
शहीदी सभा के समापन पर नतमस्तक होने पहुंचे पंजाब विधानसभा स्पीकर कुलतार सिंह संधवा ने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार द्वारा उठाए शराबबंदी के मुद्दे पर सहमति जताई। संधवा ने कहा कि वह निजी तौर पर शहीदी दिनों में शराबबंदी का समर्थन करते हैं। साथ ही विस स्पीकर ने कहा कि इस पर फैसला सरकार को करना है। हालांकि वह निजी तौर पर शहीदी दिनों में पंथक मर्यादा के तहत तंबाकू व शराबबंदी होने से सहमत हैं।
कुलतार सिंह संधवा ने दीवान टोडर मल विरासती फाउंडेशन की तरफ से दीवान टोडर मल की जहाजी हवेली में आयोजित शहीदी समारोह में शिरकत की। जिसमें पंथ के कीर्तनी जत्थे, ढाडी, कविश्री और कथा वाचकों ने संगत को सरहिंद की धरती का रक्तरंजित इतिहास सुनाया।
साहिबजादों के हक में 'हा' का नारा देने वाले मलेरकोटला के नवाब शेर मोहम्मद खान को राय कल्ले के जरिए दशम पिता श्री गुरु गोबिंद सिंह जी द्वारा दिए गए श्री साहिब के दर्शन कराए गए। संगत को नवाब शेर मोहम्मद खान द्वारा औरंगजेब को ज़ुल्म की इंतहा के बारे में लिखे गए अनमोल पत्रिका के भी दर्शन कराए गए। जिसे इंसाफ, इंसानियत और ज़मीर की आवाज़ का नाम दिया गया है।

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