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    Punjab News: फरीदकोट में अवैध नशा मुक्ति केंद्र का भंडाफोड़, 21 मरीजों का किया गया रेस्क्यू

    फरीदकोट में अवैध नशा मुक्ति केंद्र का भंडाफोड़ किया गया है। स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में 21 मरीजों को छुड़ाकर सरकारी नशा मुक्ति केंद्र में दाखिल करवाया गया है। नशा केंद्र में मरीजों के साथ अमानवीय व्यवहार किया जाता है और गलत तरीके से नशा छुड़वाने की कोशिश की जाती है। पुलिस आगे के मामले की जांच में जुटी है।

    By Jatinder Kumar Edited By: Prince Sharma Updated: Fri, 04 Apr 2025 05:37 PM (IST)
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    स्वास्थ्य विभाग ने अवैध नशा मुक्ति केंद्र सील कर 21 व्यक्तियों को छुड़वाया (जागरण संवाददाता फोटो)

    जागरण संवाददाता, फरीदकोट। एक शिकायत पर कार्रवाई करते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा पुलिस के सहयोग से फरीदकोट के सादिक रोड पर चल रहे अवैध नशा मुक्ति केंद्र को सील किया गया।

    स्वास्थ्य विभाग में इस नशा मुक्ति केंद्र में दाखिल मरीजों के साथ अमानवीय व्यवहार किए जाने की सूचना मिली थी। जिसके आधार पर करते हुए विभाग ने यहां दाखिल 21 मरीजों को छुड़वा कर सरकारी नशा मुक्ति केंद्र में दाखिल करवाया गया है।

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    इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ. चंद्रशेखर कक्कड़ ने बताया कि उन्हें एक शिकायत मिली थी कि स्थानीय सादिक रोड पर एक कोठी में अवैध नशा मुक्ति केंद्र चलाया जा रहा है। जिसमें दाखिल किए गए मरीजों के साथ अमानवीय व्यवहार किया जाता है और गलत तरीके से नशा छुड़वाने की कोशिश की जाती है।

    21 मरीजों को भेजा गया नशा मुक्ति केंद्र

    जिसके आधार पर कार्रवाई करते हुए उनके द्वारा एसएसपी डॉ. प्रज्ञा जैन से संपर्क किया गया। उपरांत दोनों विभागों की संयुक्त टीम द्वारा उक्त नशा मुक्ति केंद्र में गुरुवार देर रात्रि लगभग साढ़े बारह बजे छापेमारी की गई।जहां नशा छोड़ने के लिए 21 मरीज दाखिल किए गए थे।

    जिसके पश्चात उन सभी मरीजों को स्थानीय गुरु गोबिंद सिंह मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के नशा मुक्ति केंद्र में भेजा गया। इस दौरान जांच में वहां कोई भी व्यक्ति नहीं मिला और मिली दवाईयां भी नशा छुड़ाने वाली नहीं थीं।

    सिविल सर्जन के अनुसार यह केंद्र लगभग दो से ढाई वर्ष पहले से चल रहा था और पहले भी इसकी शिकायत विभाग को मिली थी। परंतु उस समय जांच के दौरान यहां कुछ संदिग्ध न मिलने के कारण कोई कार्रवाई नहीं हो पाई थी।

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    जरिया फाउंडेशन चला रहा था सेंटर

    उन्होंने बताया कि इस केंद्र में फरीदकोट जिले के अतिरिक्त फिरोजपुर व श्री अमृतसर साहिब जिले के मरीज दाखिल थे। जिनका उपचार नशा मुक्ति केंद्र में करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह सेंटर एक जरिया फाउंडेशन नामक संस्थान द्वारा चलाया जा रहा था।

    इसका संचालन मनप्रीत सेखों, जगरूप बराड़ व वरिंदर संधु नामक व्यक्तियों द्वारा किया जा रहा था। उन्होंने बताया कि जानकारी मिली है कि इस सेंटर को चलाने वाला व्यक्ति पहले स्वयं भी नशे करता था और नशे छोड़ने के पश्चात उसने यह केंद्र खोला।

    एसपी जसमीत सिंह ने बताया कि स्वास्थय विभाग की शिकायत पर उक्त कार्रवाई करते हुए केंद्र काे सील किया गया है। जबकि स्वास्थय विभाग की रिपोर्ट पर अगामी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल सेंटर के किसी संचालक की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

    कोठी में चलाया जा रहा था यह नशा मुक्ति केंद्र

    गौरतलब है कि यह सेंटर सादिक रोड पर एक कोठी में चलाया जा रहा था। जिसके बाहर दुकानें बनाई गई हैं और पीछे यह कोठी है। कोठी के बाहर या भीतर नशा मुक्ति केंद्र का कोई बोर्ड आदि नहीं लगाया गया है। जिससे पता चल सके कि यहां नशा मुक्ति केंद्र चलाया जा रहा है।

    इसके अतिरिक्त यहां दाखिल किए जाने वाले व्यक्ति यहां से भाग न पाए इसके लिए कोठी की दीवारों पर फेंसिंग तारें भी लगाई गई थीं। खास बात यह है कि पिछले ढाई वर्षों से अवैध तौर पर चल रहे इस नशा मुक्ति केंद्र का पता क्यों नहीं चल पाया और दूसरी बात यह कि पहले शिकायत मिलने के बावजूद इस पर नजर क्यों नहीं रखी गई।

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