शराब, पैसा और अवैध संबंधों में बहकी पत्नी, बचाव के लिए किया पति का खून!
एकम हत्याकांड में पुलिस की जांच में कई सनसनीखेज खुलासे हुए हैं। परिजनों ने पुलिस की जांच पर सवाल उठाए और सीएम से मिलने का दावा किया है।
जेएनएन, मोहाली। एकम हत्याकांड में जैसे-जैसे मामले की जांच आगे बढ़ रही है, वैसे ही कई सनसनीखेज खुलासे सामने आ रहे हैं। ताजा खुलासे में एकम की बुआ और परिजनों ने कहा है कि आरोपी पत्नी सीरत के कई पुरुषों से संबंध थे और वह शराब भी खूब पीती हैं। दूसरी ओर पत्नी ने कोर्ट में बयान दिया कि अगर वह एकम को नहीं मारती तो वह उसका कत्ल कर देता।
सोमवार को मटौर पुलिस ने एक और व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोपी सीरत कौर ढिल्लों के भाई का दोस्त है। अब इस हत्याकांड में चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हो चुका है। जिनमें सीरत का भाई विनय प्रताप सिंह और उसकी मां जसविंदर कौर बराड़ शामिल है। सीरत के अलावा तीनों आरोपी गिरफ्त से बाहर हैं। आरोपी पत्नी सीरत को सोमवार दोपहर बाद फेज-6 के सिविल अस्पताल में मेडिकल के बाद जिला अदालत में पेश किया गया। यहां से उसे दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। हालांकि पुलिस की ओर से सीरत की पांच दिन के रिमांड की मांग की गई थी। कोर्ट में सीरत ने कहा कि उसने अपनी सेल्फ डिफेंस में गोली चलाई थी। अगर वह गोली नहीं चलाती तो एकम उसे मार देता।
मामले की जांच करती पुलिस।
मर्डर के बाद भाई और दोस्त को बुलाया था मदद के लिए
सीरत ढिल्लों ने कहा कि एकम की मौत के बाद भाई विनय प्रताप सिंह को फोन किया था। जोकि अपने दोस्त जगत के साथ मदद के लिए आया था। फिलहाल पुलिस ने मामले में कोई और गिरफ्तारी नहीं की है। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि बाकी के आरोपियों को पकड़ने के लिए छापेमारी जारी है।
'सीरत कई के संपर्क में थी, खूब पीती है शराब'
एकम हत्याकांड में परिजनों ने निमरदीप सिंह का नाम लिया है। जबकि आरोपी पत्नी सीरत ने जगत का नाम लिया है। जगत कौन है, क्या करता है, पुलिस अधिकारी इस बात की जांच में जुटे हैं। एकम की बुआ व अन्य परिजनों ने कहा कि सीरत कई लड़कों के संपर्क में थी और शराब भी बहुत पीती है।
पुलिस जांच पर परिजनों ने उठाए सवाल
एकम के परिजनों ने पुलिस पर दबाव में काम करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा हैं कि एकम की हत्या से कई लोग जुड़े हैं, जिनकी जानकारी कहीं न कहीं पुलिस को भी है। लेकिन अभी तक बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
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सास के नाम की थी 7 करोड़ की प्रॉपर्टी
सूत्रों के मुताबिक करीब सात करोड़ रुपये से ज्यादा की प्रॉपर्टी एकम ने अपनी सास जसविंदर कौर बराड़ के नाम पर हाल ही में की थी। ढिल्लों ने करीब पंद्रह दिन पहले ही मोहाली में शिफ्ट किया था। इससे पहले वह सेक्टर-35 में रहते थे। फेज-3बी1 का एरिया मोहाली में वीआइपी माना जाता है। जहां पर सांसद से लेकर कई पंजाब के अधिकारी व विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के पदाधिकारियों के अलावा सेवानिवृत्त जस्टिस रहते हैं। उक्त फेज में लोगों ने अपने सिक्योरिटी गेट लगा रखे हैं। यहां तक कि सुरक्षा के लिए एक सिक्योरिटी गार्ड भी रखा गया है।
लोगों का कहना है कि दिनदहाड़े लाश को खुर्द-बुर्द करने की कोशिश की गई। अगर ऑटो चालक पुलिस को सूचना न देता तो एकम का पता ही नहीं चलता। यहां पुलिस पेट्रोलिंग बस नाम की है। कई जगह सीसीटीवी कैमरे तो लगे हैं लेकिन ज्यादातर कैमरे काम नहीं करते। एंट्री प्वाइंट्स पर भी कैमरे नहीं है।
सीएम से मिलने की जिद पर अड़े परिजन
एकम हत्याकांड के मामले में परिजनों ने मोहाली पुलिस की जांच पर सवाल उठाए। सोमवार को दोपहर तक परिजन पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से मिलने की मांग पर अड़े रहे। परिजनों ने कहा कि जब तक उनको मुख्यमंत्री से नहीं मिलवाया जाता तब तक बेटे का शव नहीं लेंगे और संस्कार नहीं करेंगे। परिजनों ने एसपी सिटी परमजीत सिंह भंडाल पर जांच को प्रभावित करने के आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ मामला दर्ज करने के साथ साथ लाइन हाजिर करने की मांग भी कर डाली।
वह कार, जिससे बरामद हुआ शव।
हालांकि शाम को परिजनों ने बताया कि उनकी सीएम से भेंट हो चुकी है और उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन दिया है, जिसके बाद मंगलवार को ही संस्कार किया जाएगा। परिजनों ने मामले में पंजाब के एक तेज तर्रार डीजीपी स्तर के अधिकारी का भी नाम भी लिया, जिसके दबाव में मोहाली पुलिस पर जांच को प्रभावित करने का आरोप लगाया गया। ध्यान रहे कि एकम की पत्नी सीरत कौर ढिल्लों ने गत शनिवार रात सिर में गोली मारकर अपने पति की हत्या कर दी थी। हत्या के बाद रविवार सुबह वह अपने पति की लाश को ठिकाने लगाने जा रही थी तो एक ऑटो चालक ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी। जिसके बाद हत्याकांड का यह मामला उजागर हो गया था।
पुलिस किसी के दबाव में नहीं : एसएसपी
मामले में मोहाली के एसएसपी कुलदीप सिंह चाहल ने कहा कि मोहाली पुलिस किसी के दबाव में काम नहीं कर रही है। जांच निष्पक्ष तरीके से हो रही है। पुलिस अपना काम ईमानदारी से कर रही है। एसएसपी ने मामले में एसपी सिटी पर या सरकार की ओर से किसी तरह की किसी भी अधिकारी पर कार्रवाई करने के निर्देशों की जानकारी होने से इन्कार किया है।
तीन डॉक्टरों के पैनल ने किया शव का पोस्टमार्टम
सोमवार दोपहर बाद एकम का पोस्टमार्टम कर दिया गया। पोस्टमार्टम के लिए तीन डॉक्टरों का पैनल बनाया गया। एसएमओ ओमराज गोल्डी ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। पोस्टमार्टम से पहले एकम के सिर का एक्स-रे करवाया गया। करीब डेढ़ घंटे से ज्यादा समय पोस्टमार्टम में लगा। पहले बॉडी फेज-6 के सिविल अस्पताल के शवगृह में पड़ी रही परिजनों ने शव लेने से इन्कार दिया। पुलिस ने परिजनों को मनाया और शव उनके हवाले किया।
सीरत कई के संपर्क में थी, खूब पीती है शराब
एकम हत्याकांड में जहां परिजनों ने निमरदीप सिंह का नाम लिया। वहीं, सीरत ने जगत का नाम लिया। जगत कौन है, क्या करता है, पुलिस अधिकारी इस बात की जांच में जुटे हैं। वहीं, एकम की बुआ व अन्य परिजनों ने कहा कि सीरत कई लड़कों के संपर्क में थी और शराब भी बहुत पीती है। खबर लिखे जाने तक मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई थी। पुलिस इस हाईप्रोफाइल मामले की जांच कर रही है।
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ये रहते हैं इस फेज में
उक्त फेज में जिला भाजपा के अध्यक्ष सुखविंदर गोल्डी, फाइनेंस कमिश्नर चंडीगढ़ सर्वजीत सिंह, सेवानिवृत्त डीजीपी सूबे सिंह, चेयरमैन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स रूपिंदर सिंह सचदेवा, सांसद भगवंत मान, जिला शिअद के प्रधान हरमनप्रीत सिंह प्रिंस, सेवानिवृत्त जस्टिस अमरजीत सिंह, सेवानिवृत्त आइएएस आइपी सिंह, पूर्व गृह सचिव पंजाब बीएस सूदन के अलावा कई और जाने माने लोग भी यहां पर रहते हैं।
एक वीआइपी के मकान में ही किराएदार था मृतक एकम
एकम एक वीआइपी के मकान में ही किराएदार थे। उसकी मौत की सूचना उसके घर के सामने रहते भाजपा के एक नेता ने उसके भाई को फोन पर दी। भाजपा नेता एकम के भाई का दोस्त है। जिसके बाद एकम के परिजन फौरन घटनास्थल पर पहुंच गए। पिता जसपाल सिंह ढिल्लों और भाई दर्शन सिंह ढिल्लों ने आशंका जाहिर की है कि एकम का कत्ल पैसे के लिए किया गया हो सकता है।
एसपी साहब के ऑर्डर हैं, इसलिए छोड़ दी गई कार
एकम के परिजनों ने एक नामी प्रॉपर्टी डीलर निमरदीप सिंह पर भी आरोप जड़े है। निमरदीप सिंह की पार्श कार में बैठकर सीरत थाने पहुंची थी। परिजनों ने कहा कि कार को केस में शामिल क्यों नहीं किया गया? कार को शाम को छोड़ दिया गया। जब सीआइए इंचार्ज अतुल सोनी से पूछा तो उन्होंने कहा कि एसपी साहब के ऑर्डर हैं। निमरदीप सिंह पंजाब के आइपीएस और आइएएस अधिकारियों की प्रॉपर्टी लेन-देन का काम करता है। परिजनों ने बड़े अधिकारियों पर आरोप लगाए।
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