चंडीगढ़ निगम के 2 अधिकारी निलंबित, स्वच्छता अभियान से पहले साफ सड़क पर कचरा डालने का आरोप, मंत्री मनोहर को धोखे में रखा
चंडीगढ़ नगर निगम के दो अधिकारियों चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर कुलवीर और मेडिकल ऑफिसर ऑफ हेल्थ के इंस्पेक्टर सुखप्रकाश शर्मा को स्वच्छता ही सेवा अभियान में लापरवाही बरतने पर निलंबित कर दिया गया है। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के आदेश पर यह कार्रवाई हुई। 25 सितंबर को सेक्टर-22 में श्रमदान कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जहां निगम कर्मियों द्वारा कचरा बिखेरा गया था जिसकी वजह से यह निलंबन हुआ।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। स्वच्छता ही सेवा अभियान में लापरवाही बरतने पर चंडीगढ़ नगर निगम के दो अधिकारियों पर गाज गिरी है। केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल के आदेश पर नगर निगम कमिश्नर ने चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर कुलवीर और मेडिकल ऑफिसर ऑफ हेल्थ (एमओएच) के इंस्पेक्टर सुखप्रकाश शर्मा को निलंबित कर दिया है।
एक दिन, एक घंटा, एक साथ सफाई के लिए श्रमदान के लिए जागरूक करने के लिए 25 सितंबर को कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल और यूटी चंडीगढ़ प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने झाड़ू लगाकर खुद श्रमदान कर अभियान का शुभारंभ किया। सेक्टर-22 की मार्केट में जहां यह कार्यक्रम रखा गया था वहां पूरे एरिया में पहले नगर निगम के कर्मियों ने खुद कचरा बिखेरा।
किसी को पता न चले इसलिए देर रात यह कचरा पार्किंग एरिया और पूरी मार्केट में बिखेरा गया। केंद्रीय मंत्री को भी धोखे में रखा गया। जो कचरा गिराया गया उसमें सूखे पत्ते सबसे अधिक थे जो अमूमन पतझड़ सीजन में होते हैं। आसपास हरे भरे पेड़ों पर एक भी सूखा पत्ता नहीं होने से इसकी पोल खुल गई।
साथ ही निगम की जिन रेहड़ियों से यह कचरा बिखेरा गया वह भी कार्यक्रम स्थल पर ही इसे कचरे से आधी भरी खड़ी कर रखी थी। देर रात को कचरा बिखेरनी की वीडियो सामने आने के बाद निगम की जमकर फजीहत हुई। मामला सामने आने के बाद केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने इस पर संज्ञान लेते हुए लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ एक्शन लेने के आदेश जारी किए।
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