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    चंडीगढ़ में शिक्षिका ने स्कूटी से पीछा कर नोट किया था स्नैचरों की बाइक का नंबर, अब जाएंगे जेल

    By Ravi Atwal Edited By: Sohan Lal
    Updated: Wed, 13 Aug 2025 02:44 PM (IST)

    चंडीगढ़ में सेक्टर-24 के एसडी स्कूल की शिक्षिका से सोने की चेन छीनने वाले दो स्नैचरों को अदालत ने पांच-पांच साल की सजा सुनाई है। दोनों दोषी बापूधाम के निवासी हैं। शिकायतकर्ता सपना रानी ने 4 अक्टूबर 2023 को स्नैचिंग की शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने बाइक के आधे-अधूरे नंबर से स्नैचरों को गिरफ्तार किया था।

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    स्कूल टीचर से गोल्ड चेन छीनने वाले दो युवकों को पांच-पांच साल सजा

    जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। सेक्टर-24 के एसडी स्कूल की शिक्षिका  से गोल्ड चेन छीनने वाले दो स्नैचर्स को जिला अदालत ने पांच-पांच साल की सजा सुनाई है। स्नैचरों को सजा दिलाने में शिक्षिका की अहम भूमिका है, क्योंकि उन्होंने हिम्मत दिखाते हुए अपनी स्कूटी से एक्टिवा का पीछा किया और उनकी बाइक का नंबर नोट कर पुलिस को बताया था। 

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    सजा पाने वाले दोनों युवक बापूधाम के रहने शंकर उर्फ जुड्डी और सुशील कुमार हैं। अदालत ने उन पर 25-25 हजार रुपये जुर्माना भी लगाया है। इनसे सोने की चेन खरीदने वाले दुकानदार मदन लाल को अदालत ने सबूतों के अभाव में बरी कर दिया।

    मदन लाल ने बयान दिया कि उसे नहीं पता था कि शंकर और सुशील यह चेन किसी से छीनकर लाए हैं। सुशील ने कहा था कि उसकी मां बीमार है और उसे रुपयों की जरूरत है। इसलिए उसने उससे चेन खरीद ली थी।

    पता पूछने के बहाने की स्नैचिंग

    शिक्षिका सपना रानी ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि चार अक्टूबर 2023 को वह स्कूल से घर लौट रही थी। वह स्कूटी पर सवार थी। जब वह सेक्टर-30 के पास पहुंची, तभी बाइक सवार तीन युवकों ने उससे सेक्टर-27 जाने का रास्ता पूछा।

    वह बाइक धीरे-धीरे चला रहे थे। जब सपना सेक्टर-29 की तरफ मुड़ने लगी, तभी उन लड़कों ने बाइक उसकी स्कूटी के आगे रोक दी। एक युवक बाइक से उतरा और उसने सपना पर अचानक हमला किया और उसके गले से सोने की चेन छीन ली और बाइक से फरार हो गए।

    आधे-अधूरे नंबर से पकड़े गए स्नैचर

    वारदात के बाद सपना ने हिम्मत दिखाई और अपनी स्कूटी उस बाइक के पीछे लगा दी। उसने जल्दबाजी में बाइक की नंबर प्लेट के शुरू के दो अक्षर और आखिरी के चार अंक याद कर लिए। उसने तुरंत पुलिस को सूचना दी और उन्हें बाइक का आधा अधूरा नंबर भी बता दिया। उसी नंबर के आधार पर दो दिन बाद पुलिस ने वह बाइक ढूंढ निकाली और शंकर को गिरफ्तार कर लिया। कुछ दिन बाद दूसरा स्नैचर सुशील भी पकड़ा गया।