Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'AAP सरकार गैंगस्टरों से मिली हुई है, एसआईटी रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए तरुण चुग ने भगवंत मान पर बोला हमला

    Updated: Thu, 08 Aug 2024 10:24 PM (IST)

    Punjab News भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग (Tarun Chugh) ने एसआईटी रिपोर्ट को लेकर भगवंत मान (Bhagwant Mann) पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार गैंगस्टरों से मिली हुई है। भाजपा नेता ने कहा कि गैंगस्टरों को राजनीतिक संरक्षण दिए बिना ऐसी स्थिति नहीं आ सकती है। सरकार को एसआईटी रिपोर्ट को लेकर राज्य के लोगों को स्पष्टीकरण देना चाहिए।

    Hero Image
    तरुण चुग ने एसआईटी रिपोर्ट को लेकर भगवंत मान पर बोला हमला (जागरण फोटो)

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने आज (गुरुवार) भगवंत मान सरकार पर हमला बोलते हुए गैंगस्टरों को जेलों में रहने की सुविधा देने का आरोप लगाया।

    पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय को सौंपी गई एसआईटी रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चुग ने कहा कि इससे राज्य में पुलिस-गैंगस्टर गठजोड़ का स्पष्ट रूप से खुलासा हुआ है।

    राज्य में कानून व्यवस्था ध्वस्त: चुग

    चुग ने कहा कि गैंगस्टरों को राजनीतिक संरक्षण दिए बिना ऐसी स्थिति नहीं आ सकती। एसआईटी रिपोर्ट में कहा गया है कि लॉरेंस बिश्नोई का साक्षात्कार उस समय हुआ जब वह खरड़ में सीआईए की हिरासत में था।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इससे यह स्पष्ट है कि पुलिस गैंगस्टर के साथ मिली हुई है। चुग ने कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है, क्योंकि हर दूसरे दिन लूट और फिरौती की घटनाएं हो रही हैं।

    लोगों में मान सरकार के प्रति भरोसा नहीं: चुग

    भाजपा नेता कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान, जो राज्य के गृहमंत्री भी हैं, को एसआईटी रिपोर्ट के निष्कर्षों के मद्देनजर राज्य के लोगों को स्पष्टीकरण देना चाहिए। क्योंकि पहले उन्होंने कहा था कि पंजाब में लॉरेंस बिश्नोई का साक्षात्कार नहीं हुआ।

    उन्होंने कहा कि भगवंत मान ने मुख्यमंत्री और गृहमंत्री होते हुए यह बयान दिया था। इससे लोगों में सरकार के प्रति अब कोई भरोसा नहीं रह गया है।

    यह भी पढ़ें: Punjab News: 'लाखों खेल प्रेमियों का टूटा दिल', CM मान ने उठाई विनेश फोगाट मामले की निष्पक्ष जांच की मांग