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    लंगर पर भिड़े सुखबीर और मनप्रीत बादल, लपेटे में भाभी हरसिमरत भी

    By Sunil Kumar JhaEdited By:
    Updated: Wed, 19 Jul 2017 02:42 PM (IST)

    राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के कारण दो भाई सुखबीर सिंह बादल आैर मनप्रीत सिंह बादल एक बार फिर आमने-सामने हैं। इस बार दोनों में लंगर पर लगे जीएसटी पर भिड़ंत हुुई है।

    लंगर पर भिड़े सुखबीर और मनप्रीत बादल, लपेटे में भाभी हरसिमरत भी

    चंडीगढ़, [कैलाश नाथ]। दो भाई, लेकिन राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी सुखबीर सिंह बादल और मनप्रीत बादल आपस में फिर उलझ गए हैं। इस बार दाेनों लंगर पर आमने-सामने हैं। लंगर की रसद को जीएसटी से मुक्त करवाने को लेकर सुखबीर और उनके चचेरे भाई मनप्रीत खुलकर एक-दूसरे पर तीर छोड़ रहे हैं। मनप्रीत ने इस विवाद में केंद्रीय मंत्री और सुखबीर बादल की पत्‍नी हरसिमरत कौर बादल पर भी निशाना साधा है।

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    मनप्रीत बादल ने अकाली दल के प्रधान व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर बादल ने कहा है कि लंगर की रसद को जीएसटी से मुक्त करवाने की जिम्मेदारी पंजाब के वित्तमंत्री मनप्रीत बादल की है। दूसरी ओर, मनप्रीत बादल का कहना है कि हरसिमरत कौर बादल केंद्रीय मंत्री हैं, वह क्यों नहीं सीधे केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली से मिलती हैं।

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    सुखबीर बादल ने कहा है कि यह जिम्मेदारी राज्य के वित्तमंत्री मनप्रीत बादल की है क्योंकि राज्य सरकार के पास जीएसटी नीति के तहत 66 फीसद अधिकार है। वित्तमंत्री जीएसटी काउंसिल के सदस्य भी हैं। उन्होंने कहा है कि अकाली सांसदों व विधायकों का शिष्टमंडल केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली से मिलेगा।

    इस प मनप्रीत ने सुखबीर पर पलटवार करते हुए कहा कि इस मामले में राजनीति करने की क्या जरूरत है। हरमिसरत कौर बादल दिल्ली में ही रहती हैं। वह केंद्रीय वित्तमंत्री से क्यों नहीं बात कर लेती हैं, इसके लिए मीडिया में जाने की क्या जरूरत है।

    यह पहला मौका नहीं है जब दोनों भाई आमने-सामने आए हैं। सुखबीर बादल ने मनप्रीत बादल द्वारा पेश किए बजट की बखिया उधेड़ने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी थी। मनप्रीत बादल ने भी राज्य की आर्थिक स्थिति को लेकर पूर्व बादल सरकार को सीधे-सीधे कठघरे में खड़ा किया था। विधानसभा में बजट सत्र के दौरान मनप्रीत ने कहा था, ' ये (सुखबीर) कुछ दिन से विधानसभा आने लगे हैं। मुझे सदन में आते हुए 20 साल से ज्यादा समय हो गया।'

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    दोनों भाइयों में आपसी खुन्नस के कारण ही मनप्रीत ने 2010 में बादल सरकार में वित्तमंत्री पद से इस्तीफा देकर अपनी पंजाब पीपल्स पार्टी बना ली थी। 2012 के विधानसभा चुनाव में पीपीपी की करारी हार हुई। बाद में मनप्रीत कांग्रेस में शामिल हो गए और पीपीपी का भी विलय करवा दिया। अब वह कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार में वित्तमंत्री हैं।

    समय ने एक बार फिर दोनों भाइयों को आमने-सामने खड़ा कर दिया है। कुल मिलाकर अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल जिस प्रकार से मनप्रीत पर हमले कर रहे हैं, उससे यह बात तय है कि दोनों भाइयों की आपसी खुन्नस में अभी कई नए मोड़ आने बाकी हैं।

    लंगर जीएसटी मुक्त करवाने की हरसिमरत ने की थी मांग

    लंगर की रसद को जीएसटी से मुक्त करवाने के लिए अकाली दल लगातार प्रयास कर रहा है। केंद्रीय मंत्री सुखबीर बादल की पत्नी हरसिमरत कौर बादल ने भी वित्तमंत्री अरुण जेटली से मांग की थी कि लंगर की रसद को जीएसटी से मुक्त किया जाए क्योंकि इससे एसजीपीसी द्वारा बांटे जाने वाले लंगर पर करीब सात करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।

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