चंडीगढ़ का सिप्पी सिद्धू हत्याकांड : पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टर ने दी गवाही, बोले-काफी नजदीक से मारी गई थी चार गोलियां
चंडीगढ़ में दस वर्ष पूर्व नेशनल शूटर सिप्पी सिद्धू की गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में शुक्रवार को सुनवाई हुई। इस दौरान सिप्पी का पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टर अमनदीप सिंह की गवाही हुई। उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि सिप्पी सिद्धू को काफी नजदीक से चार गोलियां मारी गई थी। इसी कारण उनकी मौत हुई थी।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। 10 साल पुराने सिप्पी सिद्धू हत्याकांड में शुक्रवार को सुनवाई हुई। इस दौरान सिप्पी का पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टर अमनदीप सिंह की गवाही हुई। उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि सिप्पी सिद्धू को काफी नजदीक से चार गोलियां मारी गई थी। इसी कारण उनकी मौत हुई थी।
अब 19 सितंबर को मामले की सुनवाई होगी, जिसमें बचाव पक्ष के वकील डाक्टर का क्रास एग्जामिनेशन करेंगे। गौरतलब है कि 20 सितंबर 2015 को सेक्टर-27 के पार्क में पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट के एडवोकेट व नेशनल शूटर सुखमनप्रीत सिंह उर्फ सिप्पी सिद्धू की गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी।
इस मामले की सीबीआइ ने कई साल तक जांच की और 2022 को सिप्पी की दोस्त और हाई कोर्ट के जज की बेटी कल्याणी सिंह को गिरफ्तार किया था। सीबीआइ का आरोप है कि कल्याणी ने ही बदले की भावना से सिप्पी की गोलियां मारकर हत्या की थी। हालांकि गिरफ्तारी के तीन महीने बाद ही कल्याणी को जमानत भी मिल गई थी।
सीबीआइ ने एक बार बंद कर दिया था केस
वारदात के तुरंत बाद पुलिस ने इस केस में एफआइआर दर्ज कर ली थी, लेकिन सिप्पी के परिवार का आरोप था कि पुलिस ने कल्याणी को बचाने के लिए सुबूतों को खुर्दबुर्द कर दिया। फिर मामले की जांच सीबीआइ को सौंप दी गई। करीब सात साल तक सीबीआइ के भी हाथ खाली रहे।
एक बार तो सीबीआइ ने इस मामले में क्लोजर रिपोर्ट फाइल कर केस बंद ही कर दिया था। हालांकि अदालत के आदेश पर केस की जांच जारी रही और फिर 2022 को सीबीआइ ने कल्याणी को गिरफ्तार किया। सीबीआइ का दावा था कि उन्हें इस केस में कई नए सुबूत मिले जिस आधार पर कल्याणी को गिरफ्तार किया गया।
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