PM Oath Ceremony: चुनाव हारने के बावजूद मोदी कैबिनेट में रवनीत सिंह बिट्टू को मिली जगह, पंजाब CM बनने की जता चुके इच्छा
PM Modi Oath Ceremony पंजाब में चुनाव हारने के बाद भी भाजपा नेता रवनीत सिंह बिट्टू मोदी मंत्रिमंडल में राज्य मंत्री के तौर पर शपथ ले चुके हैं। 7 एलकेएम में चाय बैठक में भाग लेने के बाद रवनीत बिट्टू ने कहा कि मेरे लिए यह बहुत बड़ी बात है कि चुनाव हारने के बाद भी मंत्रिमंडल में चुना गया। इस बार पंजाब को प्राथमिकता दी गई है।
डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। आज देश में तीसरी बार एनडीए की सरकार बन गई है। नरेंद्र मोदी पीएम की शपथ ले चुके हैं। वहीं मोदी सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले मंत्रियों ने भी शपथ ली। मोदी कैबिनेट में पंजाब के भाजपा नेता रवनीत सिंह बिट्टू ने भी राज्य मंत्री पद की शपथ ले ली है।
7 एलकेएम में चाय बैठक में बिट्टू ने लिया भाग
7 एलकेएम में चाय बैठक में भाग लेने के बाद रवनीत बिट्टू ने कहा कि मेरे लिए यह बहुत बड़ी बात है कि चुनाव हारने के बाद भी मंत्रिमंडल में चुना गया। इस बार पंजाब को प्राथमिकता दी गई है। बिट्टू ने आगे कहा कि 2027 में विधानसभा चुनाव जीतने के लिए भाजपा के लिए जमीन तैयार करूंगा।
पंजाब के मुख्यमंत्री बनने की जताई इच्छा
बिट्टू ने कहा कि दो साल पहले पंजाब की जनता ने कांग्रेस को नकार दिया था। वहीं आप सरकार पर भी बिट्टू ने निशाना साधा। उन्होंने कहा कि AAP जो काम कर रही है वह सभी जानते हैं। अब लोगों के पास केवल एक ही विकल्प है, वह है भाजपा। बिट्टू ने कहा कि अगर मौका मिला तो मैं पंजाब का मुख्यमंत्री बनना चाहूंगा।
बिट्टू के समर्थकों में भारी उत्साह
बिट्टू को राज्यमंत्री बनाए जाने की चर्चाओं के बाद से ही उनके समर्थकों में भारी उत्साह है। रवनीत सिंह बिट्टू भले ही लुधियाना लोकसभा सीट पर कांग्रेस के प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वडिंग से कड़ी टक्कर देते हुए चुनाव हार गए, लेकिन इसके बावजूद नए मंत्रिमंडल में उनको शामिल किया जा रहा है।
रवनीत सिंह बिट्टू का लुधियाना शहरी विधानसभाओं में बेहतरीन प्रदर्शन रहा है। ग्रामीण इलाकों में कम वोट मिलने से वे जीत नहीं सके। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 3.0 कार्यकाल में रवनीत सिंह बिट्टू को पंजाब से बड़ी जिम्मेदारी मिलने की संभावनाएं पूरे जोर पर है।
बेअंत सिंह परिवार से आते हैं बिट्टू
भारतीय जनता पार्टी ने इस लोकसभा चुनाव में अकेले 13 सीट पर चुनाव लड़ा था। भले ही उनको इस चुनाव में एक भी सीट हासिल नहीं हुई, लेकिन भाजपा का पंजाब में वोट शेयर पहले से कहीं अधिक बड़ा है। पंजाब में किसानों का विरोध प्रदर्शन और उनकी मांगों को लेकर एक नई तल्खी का माहौल बनता दिख रहा है।
पंजाब में भाजपा को मजबूत करने को किसी युवा चेहरे को आगे लाने की तैयारी थी। इसमें रवनीत सिंह बिट्टू का चुनाव कर उन्हें बड़ी जिम्मेदारी देने जा रहे हैं। दूसरा बड़ा कारण यह भी है कि रवनीत सिंह बिट्टू पंजाब के सीनियर सांसद रहे हैं और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह परिवार से आते हैं, जिसके चलते भी उनका चुनाव केंद्र मंत्रिमंडल के लिए अहम माना जा रहा है।
कौन हैं रवनीत सिंह बिट्टू?
रवनीत सिंह बिट्टू पंजाब के दिवंगत मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते हैं। वहीं बिट्टूू कांग्रेस से तीन बार सांसद रह चुके हैं। बिट्टू ने पहली बार 2009 में आनंदपुर साहिब से चुनाव जीता था। इसके बाद 2014 और 2019 में वह लुधियाना से लगातार दो बार सांसद चुने गए थे। उन्होंने 2009 में पंजाब यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में पंजाब के युवाओं में नशे की लत के खिलाफ अभियान शुरू किया था।